यह उपलब्धि ऐसी है जो छुपाए नहीं छुप रही है। इस उपलब्धि में सैफई के हिस्से में भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम को एक ऐसा खिलाड़ी दिया है। जिसकी चर्चा आज हर ओर है। इगलैंड में भारतीय दिव्यांग क्रिकेट टीम को जीत मिली। उसमे सैफई के अवनीश कुमार महत्वपूर्ण हिस्सा रहे है।
दिव्यांग क्रिकेट सीरीज जीतने के बाद अवनीश कुमार का सैफई पहुंचने पर भव्यतापूर्ण स्वागत किया गया। सैकड़ों सैफई वासियों ने फूल मालाओं से लादकर के अवनीश कुमार का स्वागत किया। अवनीश के पिता खेत किसानी करके अपने परिवार का जीवन यापन करते है। अवनीश कुमार के पिता वीरेंद्र सिंह और उनकी मां ललिता देवी अपने बेटे की इस कामयाबी पर फूली नहीं समा रही है । उनका कहना है कि उन्हें कभी सपने में भी उम्मीद नहीं थी कि उनका बेटा इस तरह से देश का नाम रोशन करेगा। मां का कहना है कि उनके बेटे ने ऐसा काम किया है जिससे वो बहुत ही खुश है।
अवनीश बताता है कि आगरा,कर्नाटक,बदलापुर और मुंबई में ट्रायल देकर अंतरराष्ट्रीय टीम में चयनित हुआ। जिसके बाद उसको इंग्लैंड में खेलने का मौका हासिल हुआ है। दिव्यांग क्रिकेट टीम के कप्तान विक्रांत कैनी थे। भारतीय टीम ने फिजिकल डिसेबल (दिव्यांग) वर्ल्ड क्रिकेट सीरीज जीत ली। पहली बार खेले गए इस टूर्नामेंट के फाइनल में भारत ने इंग्लैंड को 36 रन से हराया । इस टूर्नामेंट का आयोजन इंग्लैंड और वेल्स क्रिकेट बोर्ड (ईसीबी) ने किया। इसमें 6 देशों की टीमों ने हिस्सा लिया। भारत ने सेमीफाइनल में पाकिस्तान को हराकर फाइनल में जगह बनाई थी।