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सपा के गढ़ में अखिलेश यादव के इस ड्रीम प्रोजेक्ट का नाम बदलने जा रही है योगी सरकार

locationइटावाPublished: Sep 04, 2019 06:48:03 pm

Submitted by:

Hariom Dwivedi

– अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर होगा नामकरण, समाजवादी पार्टी ने जताई नाराजगी- भाजपा सांसद रामशंकर कठेरिया ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को लिखा पत्र

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उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद से कई शहरों और भवनों के नाम बदल दिये गये हैं

इटावा. उत्तर प्रदेश में नाम बदलने को लेकर एक बार फिर राजनीति शुरू हो गई है। इस बार अखिलेश यादव के गृह जनपद के इटावा सफारी पार्क का नाम बदलकर लॉयन सफारी करने की तैयारी है। भारतीय जनता पार्टी के इटावा से सांसद डॉ. रामशंकर कठेरिया ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र लिखकर ‘अटल लॉयन सफारी’ किये जाने की मांग की है। भाजपा सांसद की इस मांग पर बाद समाजवादी पार्टी ने नाराजगी जताई है।
उत्तर प्रदेश में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनने के बाद से कई शहरों और भवनों के नाम बदल दिये गये हैं। सरकार ने पंडित दीनदयाल उपाध्याय के नाम पर मुगलसराय रेलवे स्टेशन का नाम बदल दिया गया, वहीं लखनऊ के वर्ल्ड क्लास इकाना स्टेडियम का नाम अटल बिहारी वाजपेयी इकाना स्टेडियम कर दिया गया। इसके अलावा सरकार ने इलाहाबाद का नाम बदलकर प्रयागराज और फैजाबाद जिले का नाम बदलकर अयोध्या कर चुकी है। अभी कई और शहरों के नाम बदले जाने की चर्चा है। इनमें सुलतानपुर और लखीमपुर खीरी का जिले के मोहम्मदी का नाम लिस्ट में सबसे ऊपर है।
सांसद कठेरिया ने सीएम योगी को लिखा पत्र
इटावा के सांसद और अनुसूचित जाति आयोग के अध्यक्ष डॉ. रामशंकर कठेरिया ने नई दिल्ली में इटावा सफारी पार्क को लेकर के सेंट्रल जू अथॉरिटी और इटावा सफारी पार्क के अधिकारियों की हुई बैठक के बाद उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ को वन्य जीव सप्ताह के तहत 1 से 7 अक्टूबर के बीच पर्यटकों के लिए खोलने हेतु आमंत्रण के इरादे से पत्र भेजा है। मुख्यमंत्री को भेजे अपने पत्र में स्पष्ट तौर पर लिखा है कि इटावा सफारी पार्क का निर्माण पूरा हो चुका है जिसको लोगों के लिए खोला जाना बेहद आवश्यक है । 1 अक्टूबर से 7 अक्टूबर तक वन्य जीव सप्ताह है ऐसे में एक दिन समय देकर इटावा सफारी पार्क का शुभारंभ करने का कष्ट करें। सांसद कठेरिया ने पत्र में स्पष्ट किया है कि इटावा सफारी पार्क के अंतर्गत टाइगर सफारी का भी निर्माण किया जाना बेहद आवश्यक है। इसके लिए उत्तर प्रदेश सरकार की अनुमति की जरूरत है। टाइगर सफारी के लिए 20 एकड़ जमीन की जरूरत होगी, जबकि इटावा सफारी पार्क के पास में अभी 22 एकड़ जमीन सुरक्षित है।
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सफारी पार्क के निदेशक बोले
इटावा सफारी पार्क के निदेशक वी.के.सिंह ने बताया कि वन्य जीव सप्ताह के दरम्यान सफारी को जनता के लिए खोलने की तैयारी चल रही है। इस संबंध में एससी आयोग के चेयरमेन सांसद डा. रामशंकर कठेरिया की अध्यक्षता में दिल्ली में मंगलवार को एक बैठक हो चुकी है। इस बैठक में यह निर्णय लिया गया कि इटावा सफारी को खोलने के लिए एक अक्टूबर को मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी को आमंत्रित किया जाए। इसके साथ ही मुख्यमंत्री को आमंत्रण पत्र भी भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि सांसद ने सफारी में चल रहे काम-काज तथा उसे जनता के लिए खोले जाने के संबंध में पूरी स्थिति की जानकारी ली। उन्होंने कहा कि सफारी को जनता के लिए जल्द से जल्द खोला जाए। इस पर वन्य जीव सप्ताह में सफारी को खोले जाने की सहमति बनी। हालांकि, लायन सफारी को अभी नहीं खोला जाएगा, लेकिन अन्य सफारियों को खोले जाने की कवायद तेज हो गई है। इसके साथ ही फैसलटीज सेंटर को भी खोल दिया जाएगा।
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सफारी में गुजरात से लाये जाएंगे शेर
उन्होंने बताया कि सफारी में गुजरात से सात शेर भी लाए जाने हैं। इस संबंध में भी यह तय किया गया है कि दस दिन के अंदर सफारी में गुजरात से यह सातों शेर ले आए जाएंगे। इसके लिए अगले तीन दिनों में निर्देश जारी कर दिए जाएंगे और फिर अगले सात दिनों में इन शेरों को जूनागढ़ से इटावा लाया जाएगा। हालांकि शेरों को लाए जाने की कवायद पिछले दिनों से चल रही थी, लेकिन गर्मी के कारण इसे आगे बढ़ा दिया गया था। सफारी को लेकर हुई।
जून 2018 में सीएम योगी ने किया था उद्घाटन
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक जून 2018 को सफारी पार्क का औपाचारिक उद्घाटन कर दिया था, लेकिन 13 माह बाद भी इसे जनता के लिए खोला नहीं जा सका है। अब सांसद की सक्रियता के चलते अब सफारी के खोले जाने की कवायद तेजी से आगे बढ़ी है।
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