जानकारी के मुताबिक बकेवर क्षेत्र के लखना कस्बे में प्रेमिका की गोद भराई से नाराज युवक ने दुकान में घुसकर उसके सराफा व्यवसाई पिता को गोली मार दी। इसके बाद वह प्रेमिका के घर पहुंचा और वहां उसे गोली मारकर खुद आत्महत्या कर ली। इलाज के दौरान युवती की भी मौत हो गई। घटना की जानकारी पर पुलिस अधिकारी मौके पर पहुंचे और गंभीर रूप से घायल सराफा व्यापारी को सैफई पीजीआई रेफर किया गया है। इस घटना से व्यापारियों में नाराजगी है।
लखना के कुरावली दरवाजा निवासी नरेंद्र चौहान की स्टेट बैंक के पास सराफे की दुकान है। सोमवार शाम उनकी पुत्री आकांक्षा की गोद भराई थी। मंगलवार सुबह इंदिरा कॉलोनी लखना निवासी राहुल नरेंद्र की दुकान पर पहुंचा और उन्हें गोली मार दी। इसके बाद वह स्कूटर से कुरावली दरवाजा स्थित उनके घर पहुंचा और अंदर घुसते ही आकांक्षा के सिर में गोली मार दी और उसी पिस्टल से खुद को भी गोली मार ली। राहुल की मौके पर ही मौत हो गई। गोली की आवाज सुनकर परिजन और आसपास के लोग घटना स्थल की और भागे। लोगों ने राहुल और आकांक्षा को लहुलुहान देखा तो सन्न रह गए। लोगों ने तुरंत पुलिस को सूचना दी। सूचना पर पहुंची पुलिस ने नरेंद्र और आकांक्षा को गंभीर हालत में जिला अस्पताल में भर्ती कराया, जहां से उन्हें सैफई पीजीआई रेफर कर दिया गया। आकांक्षा ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया। घटना की जानकारी पर एसएसपी वैभव कृष्ण, एएसपी जितेंद्र श्रीवास्तव समेत कई पुलिस अधिकारी घटना स्थल पर पहुंचे और लोगों से पूछताछ की।
लड़की पक्ष शादी करने को तैयार नहीं था बताया जाता है कि राहुल और आकांक्षा में ढाई साल से प्रेम-प्रसंग चल रहा था। इसकी जानकारी दोनों के परिवारीजनों को भी थी, पर एक ही बिरादरी के होने के बाद भी लड़की पक्ष शादी करने को तैयार नहीं था। इसी बात से नाराज होकर राहुल ने इस घटना को अंजाम दिया।
ऑक्सीजन सिलेंडर खाली था गोली लगने से गंभीर रूप से घायल आकांक्षा को जिला अस्पताल ले जाया गया, जहां उसकी हालत गंभीर होने पर डॉक्टर ने उसे सैफई के लिए रेफर कर दिया। आकांक्षा को सैफई पीजीआई जिस एंबुलेंस में ले जाया जा रहा था। बताया जाता है कि उसमें लगा ऑक्सीजन सिलेंडर खाली था, लेकिन पुलिस प्रशासन ने इसकी कोई परवाह नहीं की और घायल को भेज दिया। चालक भी घायल को लेकर 10 मिनट बाद सफई रवाना हुआ था।
लड़की के पिता की हालत गंभीर पुलिस के मुताबिक सराफा कारोबारी नरेंद्र चौहान के दिल के पास गोली लगी है। वह अंदर ही फंस गई। नरेंद्र की हालत भी जिला अस्पताल में गंभीर बनी हुई है। डॉक्टरों ने बताया कि अगर 24 घंटे तक उनकी स्थिति कंट्रोल में नहीं आती है तो कुछ भी संभव है। वहीं, इस घटना से व्यापारियों में नाराजगी है।