उनका कहना है कि धमकी देने वाले बेटे की तरह उन्हें भी मारने की धमकी दे रहे हैं अगर उनको गिरफ्तार करके जेल नहीं भेजा गया तो वह उनको और उनके परिवार के अन्य सदस्यों की किसी भी समय हत्या कर सकते हैं।
24 फरवरी को पुलिस ने फैज का शव बरामद किया था। पिता ने दस लोगों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई थी। उन्होंने उमर, असद, विरासत अली, फरद उर्फ मुन्ना अल्फेज, इरशाद, फरदीन, जीशान, रिजवान व खादिम अब्बास पर आपसी विवाद के बाद हत्या का आरोप लगाया था।
पुलिस पहले तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी थी उसके बाद मुख्य आरोपी कटरा पुर्दल खां निवासी उमैर खान को भी गिरफ्तार कर लिया गया ।
पुलिस पूछताछ में उमर ने बताया कि उसने हत्या करने के लिए अपने दोस्त शकील उर्फ गुड्डा (निवासी मेवाती टोला) से तमंचा मांगा था।
वारदात के बाद उसे तमंचा वापस कर दिया। पुलिस ने इस नए आरोपी शकील उर्फ गुड्डा को भी पकड़ लिया। हत्या में प्रयुक्त तमंचा एक खोखा व दो कारतूस बरामद किया गया।
इस हत्याकांड में नामजद आरोपियों में चार गिरफ्तार हो चुके हैं, छह फरार हैं। शकील 11 वां नया आरोपी है। पुलिस उनकी तलाश में जुटी है। शकील उर्फ गुड्डा को तमंचा रखने व षड्यंत्र में शामिल होने के आरोप में जेल भेजा गया है।
इसी बात को लेकर उसने अपने दोस्तों के साथ मिलकर उसकी हत्या का षड्यंत्र रचा ओर हत्या कर दी ।
15 मई को फैज हत्या की घटना में संलिप्त फरद अली उर्फ मुन्ना और इरसाद अली निवासी मकसूद पुरा थाना कोतवाली इटावा को गिरफतार किया गया ।
इस हत्याकांड मे अब तक 11 आरोपियो की गिरफतार की जा चुकी है । 24 फरवरी को फैज वारसी उर्फ आसिफ की हत्या मे उसके पिता सलीम ने उमर,असद,विरासत अली, फरद उर्फ मुन्ना, अल्फेश, इरशाद, फरदीन, जीशान,रिजवान तथा खादिम अब्बास को नामजद करते हुए हत्या करना बताया था ।