कांग्रेस पार्टी भी समाजवादी घर में अपनी ताकत का एहसास कराने की जुगत में नजर आ रही है तभी तो कांग्रेस के प्रदेश स्तरीय नेता पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अशोक सिंह के नाम पर मुहर लगाने जा रही है। काग्रेंस पार्टी की ओर से मिल रही जानकारियों में कहा जा रहा है कि कांग्रेस पार्टी इटावा में अशोक सिंह के जरिये सपा बसपा गठबंधन को खासी टक्कर देने का मन बना चुकी है।
इटावा संसदीय सीट से टिकट की दावेदारी करने वाले पार्टी के प्रदेश प्रवक्ता अशोक सिंह कहते हैं कि छात्र जीवन से लेकर के लंबे समय तक इटावा से राजनीति की शुरुआत की है और आज उत्तर प्रदेश में कांग्रेस के प्रवक्ता जैसे महत्वपूर्ण पद पर काबिज हूं। पार्टी ने बड़ी जिम्मेदारी दी हुई है। अगर पार्टी चुनाव की जिम्मेदारी देती है तो इटावा की जनता को लोगों ने जो सपने बेचे हैं हम सपने हकीकत करने के लिए लड़ेंगे। वो यह भी कहने से नहीं चूकते हैं कि अगर इटावा की बात की जाए तो इटावा ने दो दो मुख्यमंत्री दिए। मुलायम सिंह यादव और उसके बाद उनके बेटे अखिलेश यादव उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बने लेकिन इसके बावजूद भी इटावा का नौजवान आज पलायन कर रहा है सबसे बड़ा कृषि क्षेत्र आलू होने के बावजूद इटावा के आसपास किसानों के लिए कुछ भी हितकर नही किया गया है । वैसे बताते चलें कि इटावा संसदीय सीट से आखिर दफा इंदिरा गांधी की हत्या के बाद 1984 मे हुए चुनाव मे कांग्रेस के चौधरी रघुराज सिंह विजई हुए थे। तब से कांग्रेस पार्टी इटावा संसदीय सीट पर जीत के लिए तरस रही है ।