तेलंगाना के हैदराबाद में आठ शेर संक्रमित मिलने के बाद इटावा लायन सफारी से 14 शेर-शेरनियों के 16 सैंपल भारतीय पशु चिकित्सा अनुसंधान संस्थान (आइवीआरआइ) में जांच के लिए भेजे थे। यहां के आइवीआरआइ की बीएसएल-3 लैब में गुरुवार को हुई आरटी-पीसीआर जांच में एक शेर कोरोना संक्रमित मिला है, वहीं एक अन्य सैंपल संदिग्ध है। इसके अलावा 12 सैंपल निगेटिव मिले हैं। आइवीआरआइ अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की है। इसकी रिपोर्ट इटावा लायन सफारी के साथ शासन को भेजी जा रही है।
चिडिय़ाघरों में हाई अलर्ट घोषित होने की संभावना
जयपुर के नाहरगढ़ जूलोजिकलपार्क से भी शेर के चार सैंपल जांच के लिए आइवीआरआइ भेजे गए हैं। इनकी रिपोर्ट शुक्रवार तक मिलने की उम्मीद है। जल्द ही कानपुर समेत अन्य चिडिय़ाघर के सैंपल भी जांच के लिए शेर, बाघ समेत अन्य जंगली जानवरों के सैंपल भेजेंगे। शेरों में लगातार कोरोना संक्रमण मिलने के बाद चिडिय़ाघरों में हाई अलर्ट घोषित होने की संभावना है। आइवीआरआइ के संयुक्त निदेशक (कैडरेड) डॉ. केपी सिंह ने बताया कि इटावा के लायन सफारी से 14 शेर-शेरनियों के सैंपल आए थे। इनमें से एक सैंपल पॉजिटिव आया है। वहीं, एक संदिग्ध है। बाकी निगेटिव हैं। जयपुर से पहुंचे सैंपलों की रिपोर्ट शुक्रवार को सामने आएगी।
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जानवरों पर भी हावी होने लगा कोरोना संक्रमण
अब जंगली जानवरों में भी कोरोना संक्रमण आने के बाद अब शासन विशेषज्ञों के साथ मिलकर इसकी रोकथाम की तैयारी में जुटा है। विशेषज्ञों का मानना है कि एनिमल हैंडलर यानी, शेरों के बाड़े में सफाई करने या भोजन देने वाला कर्मचारी संक्रमित हो, उससे ही संक्रमण शेरों में पहुंचा। ऐसे में कर्मचारी की आरटी-पीसीआर जांच के बाद ही जानवरों की देखभाल करने वालों की ड्यूटी रहे। इंसानों पर हावी होने के साथ ही अब कोरोना वायरस ने जंगल के राजा यानी शेरों पर भी हमला शुरू कर दिया है।