लालाराम गैंग का सक्रिय सदस्य गिरफ्तार छेदा सिंह उर्फ छिद्दा ने पुलिस पूछताछ में बताया कि वह लालाराम गैंग का सक्रिय सदस्य था। इस गैंग के साथ मिलकर उसने दर्जनों फिरौती हेतु अपहरण तथा लूट की घटनाएं की थीं। उसने वर्ष 1998 में गैंग के साथ मिलकर थाना अयाना क्षेत्र के जसवंतपुर गांव के चार लोगों का अपहरण किया था जिसमें कुछ लोगों को फिरौती लेकर छोड़ा गया था तथा एक अपहर्ता को पुलिस ने मुठभेंड के दौरान छुड़वाया था। इसी मुकदमें में फरार चल रहा था। जिसके बाद धीरे-धीरे जब गैंग समाप्त होने लगा तो पिछले 15-20 सालों से मैं अपना नाम पता बदल कर चित्रकूट में बाबा बनकर रह रहा था।
डाकू का आपराधिक इतिहास
पुलिस अधीक्षक ने गिरफ्तार डाकू का आपराधिक इतिहास बताते हुए कहा कि उस पर औरैया, जालौन, भिण्ड व कानपुर देहात जनपदों में वर्ष 1997 से 2000 के बीच 24 मुकदमा दर्ज हैं। फरार इनामी डाकू को पकड़ने वाली टीम को उचित धनराशि प्रदान कर पुरस्कृत किया जाएगा।
यह भी पढे:
रामपुर लोकसभा उपचुनाव में भाजपा की जीत, अखिलेश यादव, आजमखान को बड़ा झटका चंबल में एक समय लाला राम और श्री राम के नाम का एक खूंखार डाकू गैंग हुआ करता था । पहले पुलिस ने अपने अभियान के तहत श्री राम को ठिकाने लगाया और उसके बाद साल 2000 में लालाराम को एक मुठभेड़ में तब धराशाई कर दिया जब वह महिला डाकू सीमा परिहार के साथ अपनी जिंदगी वेश बदल कर बिता रहा था।