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इटावा बाल गृह में दुराचार के मामले में मासूम की हुई संदिग्ध हालात में हुई मौत

locationइटावाPublished: Aug 13, 2018 07:49:48 pm

Submitted by:

Mahendra Pratap

बाल गृह में बंद विचाराधीन 14 वर्षीय मासूम कैदी की अचानक से तबीयत खराब हो जाने की वजह से संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई

ambulance

इटावा बाल गृह में दुराचार के मामले में मासूम की हुई संदिग्ध हालात में हुई मौत

इटावा. उत्तर प्रदेश के इटावा जनपद में दुराचार के मामले में बाल गृह में बंद विचाराधीन 14 वर्षीय मासूम कैदी की अचानक से तबीयत खराब हो जाने की वजह से संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। परिजनों का कहना है कि जेल प्रशासन की लापरवाही से बच्चे को अपनी जान गवानी पड़ी। इटावा के बाल जिला कारागार का है कि पिछले तीन महीनों से बंद अवधेश 14 पुत्र छोटेलाल लक्ष्मणपुर गोसाईगंज कन्नौज का निवासी की मौत हुई है।
नाजुक हालत में मिला बेटा

धारा 376 के मुकदमे में विचाराधीन अवधेश को 5 दिन पहले अचानक तबीयत ख़राब हो जाने के कारण इटावा के भीम राव अम्बेडकर संयुक्त जिला अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा जहां उसने कल दम तोड़ दिया। उसके पिता का कहना है कि कल जब उसके परिवारीजन अपने पुत्र से मिलने बाल गृह पहुंचे, तो उनसे कहा गया कि उनका बेटा जिला अस्पताल में भर्ती है। जब उन्होंने जाकर देखा तो उसकी शारीरिक स्थिति काफी नाजुक थी। डॉक्टरों से इस बारे में बात करने पर पता चला की बेटे की हालत बहुत गंभीर है। इसके बाद अस्पताल के डॉक्टर और उच्चाधिकारियों से बात करने के बाद भी किसी भी तरीके का कोई भी सहयोग जिला प्रशासन की तरफ से नहीं मिला। उसके परिवार वालों का कहना है कि जिला कारागार के अधीक्षक ने किसी भी तरीके की कोई भी सूचना घरवालों को नहीं दी।
अस्पताल में हो गई मृत्यु

जिला अस्पताल में उसको रखने के बाद उसकी संदिग्ध परिस्थितियों में मृत्यु हो गई। अब परिवारीजन बेहद नाराजगी जिला जेल अधीक्षक और जिला चिकित्सालय इटावा के लोगों पर व्यक्त कर रहे हैं। जिला कारागार के अधीक्षक की लापरवाही सजा एक परिवार को अपने पुत्र की जान की कीमत देकर भुगतनी पड़ रही है। जानकारी करने पर पता चला की बाल गृह भगवान भरोसे चलता है। जिला कारागार का कोई भी बड़ा अधिकारी वहां नहीं पहुंचता है और कर्मचारियों के हवाले जिला बाल कारागार को चलाया जाता है। अधिकारी और जिला बाल कारागार के अधीक्षक कुछ भी बोलने पर चुप्पी साधे हुए हैं।
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