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इसके पहले मेडीकल छात्रों ने तीसरे दिन भी नए कानून के खिलाफ ओपीडी पर प्रदर्शन किया। इस दौरान स्वास्थ्य सेवाएं थोड़ी देर के लिए प्रभावित हुई। एक घंटे में ओपीडी में 13 सौ से अधिक रजिस्ट्रेशन हुए 300 रिनुअल पर्चाे पर मोहर लगाई गई। जहां ओपीडी में पंजीकृत काउंटर व औषधि वितरण काउंटर पर लंबी लंबी लाइने लगती थी वहां पर शुक्रवार को सन्नाटा सा नजर आया किसी काउंटर पर दस मरीज तो किसी पर 15 मरीज लाईन में थे। एक घंटे की ओपीडी चालू होने पर सबसे अधिक भीड़ मरीजों की भीड़ त्वचा रोग विशेषज्ञ डाक्टर नेकराम पाल की ओपीडी में नजर आई डाक्टर नेकराम ने अकेले ही 200 से ऊपर मरीजों को देखा।
एनएमसी बिल के विरोध में निकाली बाइक रैली
दोपहर बाद जूनियर डाक्टरों ने एनएमसी बिल के विरोध में सैफई में बाइक रैली निकाली उसके बाद जिला अधिकारी इटावा को ज्ञापन देने के लिए बड़ी संख्या में बाइक पर सवार होकर डाक्टर निकले। एनएमसी बिल के विरोध में सैफई मेडिकल यूनिवर्सिटी के चिकित्सक लगातार तीसरे दिन भी हड़ताल पर बने हुए हैं। सैफई में मेडिकल कार्याे का बायकाट करते हुए डाक्टर आज तीसरे पहर इटावा मुख्यालय स्थित कचहरी पहुंचे जहां सभी ने इस बिल की खमिया बताते हुए विरोध किया। प्रदर्शन की खबर मिलने के बाद सीएम एस एन शुक्ला ने ज्ञापन लिया।
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काली पट्टी बांध कर किया विरोध
सैफई में प्रतिदिन 3 से 4 हजार मरीज आते हैं। ये मरीज अधिकतर इटावा, मैनपुरी, औरैया, अलीगढ़, कानपुर देहात और फिरोजाबाद के होते हैं। जो मरीज गंभीर हालत में आए उनको इमरजेंसी ट्रामा सेंटर में चिकित्सा सेवा संचालित थी वहां पर उन्हें इलाज दिया गया। केंद्र सरकार के एनएमसी चिकित्सा बिल को लेकर तीसरे दिन भी उत्तर प्रदेश आयुर्विज्ञान विश्वविद्यालय सैफई के रेजिडेंट डाक्टर एसोसिएशन द्वारा ओपीडी सेवाएं बन्द करके काली पट्टी बांध कर विरोध किया गया।