6 टीबी के लक्षण पाए जाने पर होगी जांच जिले के कई जगहों पर इस डोर-टू-डोर अभियान को एक्टिव किया जाएगा। जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ. हरमन सिंह ने बताया कि दो लाख घरों तक स्वास्थ्य कार्यकर्ताओँ की तीन सदस्यीय टीम घर-घर जा कर लोगों को टीबी रोग की अधिक जानकारी देगी। इनका काम सिर्फ जानकारी देना ही नहीं है बल्कि अगर लोगों में टीबी के 6 लक्षण पाए जाएंगे, तो उनका बलगम इकट्ठा कर लैब में जांच की जाएगी। रोग की पुष्टि होने पर उन्हें सरकारी इलाज पूर्णत: निशुल्क प्रदान किया जायेगा। इसके लिये माइक्रोप्लान तैयार किया जा चुका है।
इतने लोगों की बनेगी टीम टीबी की जांच और उससे जुड़ी जानकारी लोगों तक पहुंचाने के लिए ये अच्छा कदम है। कुल 70 लोगों की टीम है, जिसमें 14 लैब टेक्नीशियन और 3 चिकित्सा अधिकारी के साथ मिलकर जिला कार्यक्रम समन्वयक, जिला पीपीएम समन्वयक और राष्ट्रीय पुनरीक्षित क्षयरोग नियंत्रण कार्यक्रम के सभी अधिकारी और कर्मचारी इस अभियान को चलाएंगे।
जो लोग किसी कारण की वजह से स्वास्थ्य केंद्र नहीं पहुच पाते हैं उन तक डोर-टू-डोर अभियान पहुंचेगा। ऐसे लोगों को जानकारी भी मिलेगी और स्वास्थ्य केंद्र की सुविधा भी मिलेगी। इससे जानकारी के अभाव के कारण मृत्सु संख्या भी कम हो सकती है। जब लोग इसके रोकथाम के बारे में जानेंगे, तब ही सचेत रहेंगे।