समाजवादी पार्टी की कड़ी चेतावनी के बाद इटावा की पुलिस बैकफुट पर आ गई है
अखिलेश की पार्टी के “दबाव” में एसएसपी ने 11 थानेदारो का किया तबादला
इटावा. समाजवादी पार्टी की कड़ी चेतावनी के बाद इटावा की पुलिस बैकफुट पर आ गई है। 1 सितंबर को समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष गोपाल यादव ने इटावा की पुलिस का नया नामकरण “वसूली पुलिस” करते हुए इस बात का एलान किया था कि एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी की अगुवाई में बड़े लेवल पर अवैध वसूली हो रही है।
एक साथ 11 थानेदारों को बदला गया उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा था कि इटावा की पुलिस अगर समय रहते नहीं सुधरी तो समाजवादी पार्टी इटावा की वसूली पुलिस के खिलाफ जबरदस्त जोरदार आंदोलन करेगी। अपनी बात रखते हुए समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष गोपाल यादव ने इस बात का भी खुलासा किया था कि इटावा में लंबे समय से थानेदार तैनात हैं, जो कि स्थानीय स्तर पर दलालों के माध्यम से वसूली करने की प्रक्रिया में लगे हुए हैं। इस ऐलान के 4 दिन बाद ही इटावा के एसएसपी ने एक साथ 11 थानेदारों को बदल डाला।
खनन माफियाओं के खिलाफ अवैध वसूली का आरोप एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी ने समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष गोपाल यादव की चेतावनी के बाद 11 थानेदारों का तबादला किया हो लेकिन इटावा के एसएसपी अशोक कुमार इससे साफ इनकार करते हैं। उनके ऊपर कोई राजनीतिक दवाब था। इसके बावजूद इटावा के राजनीतिक हलकों में इस बात की चर्चा 11 तबादलों के बाद बड़ी तेजी से चल निकली है की एसएसपी समाजवादी पार्टी के दबाव में आ गए हैं। इसी कारण उन्होंने एक साथ 11 थानेदारों का तबादला कर दिया है। जिन 11 थानेदारों का तबादला किया गया है उनमें से अधिकाधिक के ऊपर खनन माफियाओं के नाम पर अवैध वसूली करने का खुला आरोप है।
इनके हुए हैं तबादले इटावा के एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी की ओर से मंगलवार देर रात जारी की गई तबादला लिस्ट में शिवपाल सिंह यादव के निर्वाचन इलाके के जसवंतनगर थाने में तैनात प्रभारी इंस्पेक्टर जितेंद्र प्रताप सिंह को इटावा सदर सीट की भाजपा एमएलए सरिता बदरिया के गृह गांव बढ़पुरा थाने में प्रभारी इंस्पेक्टर के तौर पर तैनात किया है। इटावा पुलिस लाइन में तैनात इस्पेक्टर समीर कुमार सिंह को जिले के महत्वपूर्ण बकेवर थाने में इंस्पेक्टर के तौर पर तैनाती की गई है। जबकि यहां पर तैनात इंस्पेक्टर आलोक राय को चंबल इलाके के चकरनगर थाने में तैनाती दी गई है। चकरनगर थाने में तैनात प्रभारी इंस्पेक्टर सूर्य प्रताप सिंह को पड़ोस के ही सहसो थाने में पोस्ट किया गया है। चंबल इलाके के प्रमुख बिठौली थाने में तैनात थानेदार को विनोद यादव को लवेदी ओर यहां तैनात अनिल कुमार को बिठौली भेजा गया है।
इटावा सर्किल के महत्वपूर्ण फ्रेंड्स कॉलोनी थाने में तैनात इंस्पेक्टर भोलू सिंह भाटी को भरथना थाने में तैनाती दी गई है। जबकि भरथना थाने में तैनात इंस्पेक्टर जेपी पाल को शिवपाल सिंह यादव के निर्वाचन क्षेत्र के जसवंत नगर थाने में इंस्पेक्टर पद पर तैनात किया गया है। बढ़पुरा थाने में तैनात रहे इस्पेक्टर सुशील कुमार योगी को इकदिल थाने में और इकदिल थाने में तैनात इंस्पेक्टर अनिल कुमार को फ्रेंड्स कॉलोनी थाने में पोस्ट किया गया है। एसएसपी कि इस तबादला लिस्ट के आधार पर सहसो थाने में तैनात इंस्पेक्टर सतेंद्र सिंह और वेदपुरा थाने में इंस्पेक्टर सत्येंद्र भदोरिया को कहीं पर जगह नहीं मिल सकी है।
बेशक इटावा के एसएसपी ने मंगलवार देर रात 11 थानेदारों का तबादला कर दिया। लेकिन इससे एक बात साफ नहीं हुई है कि समाजवादी पार्टी ने जो इटावा पुलिस के खिलाफ आंदोलन का ऐलान किया था, वह अब ठंडे बस्ते में चला जाएगा या नहीं। ऐसा माना जा रहा है कि इटावा के एसएसपी की यह कार्रवाई निश्चित तौर पर कहीं ना कहीं समाजवादी पार्टी के ऐलान को ठंडा करने की एक कोशिश है। बता दें कि एक सितंबर को समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने इटावा की पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पूरे जिले में लूट मचाये हुए है। आम आदमी को पकड़ कर थाने में बंद कर रही है और उससे मनमाने तरीके से प्रताड़ित करके धन वसूली करने में जुटी हुई है। उन्होंने कहा था कि अगर देखा जाए, तो खनन की ओवरलोड गाड़ियों के नाम पर बड़े पैमाने पर वसूली की जा रही है। लाखों रुपये की वसूली प्रतिदिन हो रही है। बसों से अवैध वसूली पूरे जिले भर में की जा रही है। वाहन चेकिंग के दरम्यान अगर किसी भी व्यक्ति के पास कागज नहीं है, तो उसको इतना भी मौका नहीं मिलेगा कि वो घर से कागज भी ला सके। इस कार्यवाही के बाद पुलिस अपनी पीठ थपथपाती हुई नजर आती है।
सैकड़ों निर्दोष लोगों को जेल भेजना का आरोप इटावा जनपद में करीब एक साल से एक-एक थानाध्यक्ष तैनात हैं, जो लगातार बड़े पैमाने पर वसूली करने में जुटा हुआ है। उन्होंने आरोप लगाया था कि पुलिस निर्दोष लोगों को जेल भेजने का काम कर रही है। उनके पास इस तरह की भी खबरें हैं जिसमें स्पष्ट है कि सैकड़ो निर्दोष लोगों को जेल भेजा जा चुके है। इसके लिए इटावा के एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी को चेतावनी को चेतावनी भी दी गयी थी। समाजवादी पार्टी में पुलिस के खिलाफ आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर ली है।