तरणताल पूरी तरह से तैयार :- राजकीय निर्माण निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर पवन कुमार का कहना है कि तरणताल पूरी तरह से बन के तैयार है विद्युत कनेक्शन भी हो चुका। खेल विभाग हैंड ओवर भी कर दिया गया है। मेजर ध्यानचंद स्पोर्ट्स काॅलेज के प्रधानाचार्य एवं जिला क्रीडा अधिकारी एसके लहरी का कहना है कि जिलाधिकारी द्वारा गठित की गई कमेटी द्वारा जांच कर रिपोर्ट सौंप दी है और शासन से भेजी गई एक्सपर्ट टीम द्वारा भी जांच कर ली गई है। एक हफ्ते के अंदर स्विमिंग पूल खोल दिया जाएगा। जिससे स्पोर्ट्स कॉलेज के साथ-साथ आसपास के खिलाडियों को भी लाभ मिलेगा। उन्होंने यह भी बताया है तरणताल के लिए स्टाफ भी खेल निदेशालय द्वारा दिया जाना बाकी है और अभी विद्युत बिल का भुगतान कार्यदाई संस्था राजकीय निर्माण निगम द्वारा किया जा रहा है। जैसे ही चालू किया जाएगा वैसे ही विद्युत बिल का भुगतान खेल विभाग के माध्यम से किया जाएगा।
अंतरराष्ट्रीय मानक का तरणताल :– सपा सरकार में तत्कालीन मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने अपने गांव सैफई में करीब तीन हजार दर्शकों की क्षमता का एयर कंडीशन तरणताल का निर्माण 207 करोड़ रुपए की लागत से कराया गया था। यहां पर तीन तरणताल बनाए गए हैं जो अंतरराष्ट्रीय मानकों को पूरा करते हैं, विश्वकप टूर्नामेंट के हिसाब से भी फिट बैठते हैं। अंतरराष्ट्रीय स्तर का तरणताल इसकी लागत 207 करोड़ रुपए है। तीन प्रकार के तरणताल, 10 मीटर 7.5 मीटर,5 मीटर व 3 मीटर के डाइविंग टाॅवर है।
बिजली का कनेक्शन में देरी :- तरणताल का उद्घाटन पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने 6 अक्टूबर 2016 को कर दिया था। लेकिन सत्ता परिवर्तन हो जाने से इस तरणताल में बिजली का कनेक्शन नहीं हुआ था, जिस कारण खेल विभाग ने तरणताल को अपने कब्जे में लेने से इंकार कर दिया। मई 2017 में योगी सरकार बनने के बाद खेल मंत्री चेतन चौहान ने सैफई आकर निरीक्षण कर कहा था कि जल्दी स्टेडियम कारदायी संस्था राजकीय निर्माण निगम से खेल विभाग को हैंडओवर कर दिया जाएगा। उसके बाद भी नहीं हो सका। सितंबर 2019 राज्यमंत्री बनाए जाने पर उपेंद्र तिवारी ने सैफई में आकर निरीक्षण के दौरान अखिलेश यादव सरकार में स्टेडियम निर्माण में भ्रष्टाचार का आरोप लगाया था। हालांकि दिसंबर 2019 में विद्युत कनेक्शन करा दिया गया था लेकिन खेल विभाग ने हैंडओवर नहीं लिया था।