इटावा

गांधीधारी बुजुर्ग को शताब्दी से उतारने के मामले में निलंबित स्टेशन अधीक्षक को मिली क्लीनचिट

शिकायत के बाद निलंबित किये गये जंक्शन अधीक्षक पूरन मल मीना को क्लीन चिट देते हुए बहाल कर दिया गया है।

इटावाJul 19, 2019 / 09:24 pm

Abhishek Gupta

Gandhi dhari

इटावा. उत्तर प्रदेश के इटावा रेलवे स्टेशन से शताब्दी एक्सप्रेस में गांधीधारी एक बुजुर्ग के चढ़ने के मामले में शिकायत के बाद निलंबित किये गये जंक्शन अधीक्षक पूरन मल मीना को क्लीन चिट देते हुए बहाल कर दिया गया है। बहाली के बाद उन्होंने गुरुवार को एक बार फिर से कार्यभार ग्रहण कर लिया है। रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुनील गुप्ता ने बताया कि पिछले दिनों निलंबित किये गये स्टेशन अधीक्षक पूरन मल मीना को क्लीन चिट दे दी गई है जिसके बाद उनकी बहाली कर दी गई है। जांच में पूरन मल मीना, सहायक स्टेशन मास्टर प्रिंस कुमार और पोर्टर अमृतलाल की कोई गलती नहीं पाई गई है। वृद्ध को पूछताछ में भ्रम हो गया था। आरपीएफ स्टाफ ने उनकी मदद में लापरवाही बरती। इसके चलते आरपीएफ के दरोगा को चेतावनी नोटिस जारी किया गया है। स्टेशन अधीक्षक पीएम मीणा ने बताया कि उन्होंने कामकाज संभाल लिया है।
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इटावा में वृद्ध को शताब्दी एक्सप्रेस में नहीं चढ़ने देने का आरोप गलत निकला। रेलवे अधिकारियों की जांच में स्टेशन अधीक्षक पूरन मल मीना का कोई दोष नहीं पाया गया हैं। उन्होंने स्टेशन अधीक्षक का काम संभाल लिया है। जांच में लापरवाही पाए जाने पर आरपीएफ दरोगा को चेतावनी देते हुए नोटिस जारी किया गया है।
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यह था मामला-
बाराबंकी निवासी बाबा राम अवधदास का 4 जुलाई को इटावा स्टेशन से शताब्दी के कोच सी-2 में सीट नंबर 72 का रिजर्वेशन था। बाबा जेनरेटर यान के पास पहुंच गए थे, जबकि उनका कोच पीछे था। पास मौजूद आरपीएफ कर्मी और कोच कंडक्टर ने उन्हें कोच पीछे होने की जानकारी दी थी। राम अवधदास कोच कंडक्टर की बात ठीक से सुन नहीं पाए। इससे उनकी ट्रेन छूट गई थी। उन्होंने सहयोग न करने की शिकायत स्टेशन पर दर्ज कराई थी। इस पर डीआरएम ने मामले की जांच कराई। जांच के चलते स्टेशन अधीक्षक पीएल मीणा को इलाहाबाद डीआरएम कार्यालय से अटैच कर दिया गया था। शताब्दी में लगे कैमरे और अन्य माध्यमों से जांच में स्टेशन अधीक्षक पीएल मीणा बेदाग साबित हुए हैं। उन्होंने गुरुवार को इटावा रेलवे स्टेशन पर कामकाज संभाल लिया है।
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