एसएसपी वैभव कृष्ण ओवर लोडिंग व अवैध वसूली की सूचना पर भिंड से एक ट्रक में पीआरओ जेपी यादव और क्राइम ब्रांच प्रभारी सतीश यादव के साथ परिचालक बनकर सवार हुए। उदी मोड़ पर परिवहन के बैरियर पर रात करीब १२ बजे उनका उनका ट्रक पहुंंचा। यहां तैनात दो सिपाहियों ने पहले ट्रक चेक किया और फिर पांच हजार रुपए रिश्वत मांगने लगे। एसएसपी ने उन्हें रंगे हाथों पकड़ लिया। मौके पर ही परिवहन विभाग के फर्रुखाबाद के यात्री कर अधिकारी विकास अस्थाना निवासी सिकंदरा आगरा, परिवहन सिपाही रजनेश कुमार निवासी ग्राम नीवा-करहल मैनपुरी व कार का चालक जनवेद सिंह निवासी फतेहपुरा-जसवंतनगर, उमेश चंद्र व राम प्रताप निवासी नीवा करहल-मैनपुरी और पुलिस के दो सिपाही लक्ष्मीकांत निवासी ग्राम करील, सोनई-हाथरस और शोभित कुमार निवासी जैतपुर, टप्पल-अलीगढ़ को भी पकड़ लिया गया। इनके खिलाफ सीओ जसवंतनगर बीएस वीर कुमार ने भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम में बढ़पुरा थाने में मामला दर्ज कराया। इस बड़ी कार्रवाई के बाद एसएसपी मध्य प्रदेश को जोडऩे वाली सहसों थाने की सीमा पर पहुंचे। वहां पर सिपाही संजीव कुमार ढाका को प्रति ट्रक 10 हजार रुपए की रिश्वत लेते हुए उन्होंने रंगे हाथ पकड़ा। यहां पर 11 ट्रक ओवर लोड बालू के सीज किए गए और पांच कारें भी सीज की गईं। संजीव सहित 27 अन्य लोग गिरफ्तार किए गए। इन सभी के खिलाफ सीओ चकर नगर उत्तम सिंह ने मामला दर्ज कराया है।
एसएसपी वैभव कृष्ण ने बताया कि खनन की शिकायतें मिलने पर भी कार्रवाई नहीं किए जाने को लेकर थानाध्यक्ष सहसों मनोज कुमार परमार, चौकी इंचार्ज हनुमंतपुरा संजय सिंह, थानाध्यक्ष बढ़पुरा दिनेश कुमार, चौकी इंचार्ज उदी शशांक द्विवेदी सहित सिपाही संजीव ढाका, शोभित व लक्ष्मीकांत को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। परिवहन विभाग के यात्री कर अधिकारी और सिपाही के खिलाफ कार्रवाई के लिए विभाग को लिखा जा रहा है। एसएसपी वैभव कृष्ण की इस कार्रवाई से पूरे पुलिस महकमें में हड़कंप मच गया है।