लवेदी थानाध्यक्ष अमान ने बताया कि प्रथम दृष्टया फांसी लगाने का कारण आर्थिक तंगी का होना जांच में पाया गया। क्योंकि उसकी पुत्री की बारात 29 जनवरी को आने वाली थी। इसी के चलते वह सोच में डूबा हुआ था और घटना घटित कर ली। शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम कराया जा रहा है।
गांव ईंगुरी के रहने वाले किसान अजमेर सिंह (50) शनिवार की शाम अपने घर से खेतों की ओर जाने से कहकर घर से निकला था जो सुबह तक घर नहीं पहुंचा। सुबह जब गांव के कुछ लोग अपनी फसल की रखवाली करने के लिए खेत पर जा रहे थे तभी उन्होंने किसान अजमेर सिंह का शव गांव के बाहर लगे पेड पर फांसी पर लटका देखा तो उनमें हड़कम्प मच गया। आनन-फानन में इसकी सूचना उसके घर पर परिजनों व पुलिस को दी गई। जानकारी होने पर लवेदी थानाध्यक्ष अमान पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और जांच पडताल शुरु की। घटना की जानकारी होने पर किसान की पुत्रियां व अन्य परिवारीजन भी रोते-बिलखते हुए मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने शव को पेड़ से उतरवाकर पोस्टमार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेज दिया।
मृतक किसान के चचेरे भाई रवि ने बताया कि अजमेर सिंह की एक पुत्री रागिनी व दो पुत्र अभिषेक व अजंक्य हैं। बडी पुत्री रागिनी की बारात जसवंतनगर से गांव में 29 जनवरी को आनी थी। घर में शादी की तैयारियां चल रही थी। सभी लोग हंसी खुशी शादी की तैयारियों में जुटे हुए थे। लेकिन उसका भाई आर्थिक तंगी से जूझ रहा और पुत्री की शादी की चिंता सताए जा रही थी कि आखिर वह अपनी बिटिया के हाथ वह कैसे पीले करेगा। जिस कारण वह दो तीन दिनों से वह काफी चिढचिढे से हो गए थे और किसी से बात भी नहीं कर रहे थे। शाम घर से खेत की तरफ जाने की कहकर निकल गए थे और सुबह उनकी मौत की जानकारी मिली। किसान की मौत से पत्नी राजेश्वरी देवी का रो-रोकर बुरा हाल है।