यह है पूरा मामला
डाक्टरों के मृत घोषित करने के बाद गुप्ता परिवार के सदस्य बेटी के शव को लेकर के घर चले आए। उन्होंने पुलिस को इस गंभीर घटनाक्रम की जानकारी देना मुनासिब नहीं समझा जब पुलिस को इस मामले की पूरी जानकारी हुई तो पुलिस ने अपने स्तर से इस मामले की पड़ताल शुरू की जिसमें पता चला कि कृष्ण मुरारी गुप्ता की रिवाल्वर घर में रखी हुई थी बेटी उस रिवाल्वर से खेल रही थी अचानक उसे चली गोली के बाद उसको लगी जिससे उसकी मौत हो गई। मरने वाली लड़की सेंट मेरी इंटर कालेज मे कक्षा दस में पढ़ती थी।
इसी बीच इस बात की खबर इटावा के तमाम लोगों के बीच में उड़ गई कि गुप्ता परिवार के सदस्य मृत बेटी के शव को लेकर के अंतिम संस्कार के लिए यमुना नदी के तट पर पहुंच रहे हैं। इस खबर के बाद स्थानीय पुलिस को सजग किया गया और अंतिम संस्कार स्थल पर निगरानी बढ़ाई गई लेकिन वो लोग शव लेकर के अंतिम संस्कार करने के लिए पहुंचने के बीच रास्ते से ही वापस लौट आये। पुलिस के आला अफसरों ने गुप्ता के घर पहुंचे तो उन्होंने अपने स्तर से पूरे मामले की पड़ताल शुरू की।
आदित्य यादव भी पहुंचे शोक जताने
संदिग्ध हालातों में गोली लगने से हुई मौत के बाद पुलिस लाइन से फोरेंसिक टीम को पड़ताल के लिए बुलाया गया। इटावा के पुलिस उपाधीक्षक एस.एन.वैभव पांडे की निगरानी ने पूरी प्रक्रिया जनता के साथ अपनाई गई। शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया गया। गोली लगने से बेटी की हुई मौत के बाद प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के सैकड़ों छोटे-बड़े कार्यकर्ता और नेता जिला महासचिव कृष्ण मुरारी गुप्ता के आवास पर पहुंचे। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के महासचिव आदित्य यादव भी शोक जताने के लिए पहुंचे।