इटावा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अशोक कुमार त्रिपाठी ने आज यहां बताया कि 7 मई की रात्रि को थाना बढपुरा क्षेत्र के गाती की खार में हुई हत्या से सम्बन्धित 2 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर घटना का सफल अनावरण किया है।
उन्होंने बताया कि याशमीन ने बचने के लिए अपने मोबाइल फोन का डाटा पिछले चार दिन का पूरी तरह से डिलीट करवा दिया लेकिन पुलिस याशमीन के मोबाइल फोन को प्रयोगशाला जांच के लिए भिजवा रही है क्यो कि प्रयोगशाला के माध्यम से रिकवरी हो जायेगी । उन्होंने बताया कि इसके साथ ही अदालत में समर्पण कर चुके बंटी को भी पीसीआर पर लिया जा रहा है ।
उन्होने बताया कि याशमीन ने अपना जुर्म पुलिस पूछताछ में स्वीकार कर लिया । उन्होंने बताया कि 7 मई को समय सुबह 7 बजे 20 मिनट मे रामवीर सिंह पुत्र सोभासिंह के जरिये ग्राम गाती की खार में लल्लूराम पुत्र सुखलाल के खेत में अनजान शख्स का व्यक्ति का शव होने की सूचना दी गयी थी ।
सूचना मिलने पर थाना बढपुरा पुलिस मौके पर पहुंची तथा शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई की गयी एवं शव की शिनाख्त करने के क्रम में पता चला कि मरने वाले के भाई ने इटावा कोतवाली में अपने भाई की गुमशुदगी का प्रार्थना पत्र दिया था। पुलिस ने मृतक मोहम्मद असिफ पुत्र मौ0 हलीम निवासी मोहल्ला समशेर खां कोतवाली के परिजनों को बुलाकर वादी मृतक के पिता मोहम्मद हलीम खान पुत्र नन्हें खान निवासी कटरा समशेर खां कोतवाली की तहरीर के आधार पर थाना बढपुरा पर बसीम उर्फ बन्टी पुत्र मुन्ना नि0 उर्दू मोहल्ला थाना कोतवाली अभियोग पंजीकृत कराया गया था।
उन्होने बताया कि इस हत्याकांड के अनावरण की दिशा में काफी कडियों को जोड़कर अभियुक्त सर्वेश कुमार पुत्र सुखवीर नि. कटरा पुरदल खां थाना कोतवाली को रेलवे स्टेशन इटावा के पास से तथा आसिफ की बीबी याशमीन को ससुराल से गिरफ्तार किया है । जबकि मुख्य आरोपी याशमीन का जीजा बसीम उर्फ बन्टी पुत्र मुन्ना निवासी उर्दू मोहल्ला थाना कोतवाली ने पुलिस के भारी दबाव के चलते 17 मई को न्यायालय इटावा में आत्मसमर्पण कर दिया है।
उन्होने बताया कि गिरफ्तार मुख्य आरोपी बन्टी उर्फ बसीम मृतक के मित्र(साडू) था तथा अभियुक्त बन्टी ने अपने घर के पास ही अपनी-साली यासमीन की शादी 5 माह पूर्व मृतक के साथ करा दी थी। बसीम की बीबी यासमीन ने बताया कि पिछले 3 वर्ष से उसके अवैध सम्बन्ध अपने जीजा बन्टी के साथ थे। शादी के बाद भी वह उससे मिलने के लिये यासमीन के ससुराल आता रहता था जो उसके ससुरालीजनों को पसन्द नहीं था। जिस कारण मृतक के परिवारीजन उसके घर पर आने का विरोध भी किया करते थे।
यासमीन के जीजा को मिलने से रोकने के कारण घटना से 15-20 दिन पहले यासमीन के माता-पिता उसके ससुराल झगड़ने भी आये थे। जिसके बाद बन्टी का घर आना बन्द हो गया था तथा मृतक की पत्नी व बन्टी फोन के माध्यम से सम्पर्क में थे। फोन पर दोनों के बन्टी को मारकर निकाह करने की बात कहकर मृतक के दोस्त जो मृतक के घर काज बटन की मशीन पर काम करने वाले सर्वेश कुमार को पैसों का लालच देकर अपने साथ कर लिया।
उन्होंने बताया कि आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से मृतक को साथ होलन सैयद के पास ले जाकर ताडी पिलकर नशा कर दिया तथा मोटर साइकिल पर बैठा कर चम्बल पार टोल तक गये जहां पर कोई जगह न मिलने पर वापस चकरनगर की ओर जाने बाले रास्ते पर ग्राम गाती की खार में गमछे से गला दबाकर आसिफ की हत्या कर दी तथा उसकी मोटर साइकिल को मौके पर ही छोड़कर भाग गये थे।
उन्होंने बताया कि आरोपियों ने योजनाबद्ध तरीके से मृतक को साथ होलन सैयद के पास ले जाकर ताडी पिलकर नशा कर दिया तथा मोटर साइकिल पर बैठा कर चम्बल पार टोल तक गये जहां पर कोई जगह न मिलने पर वापस चकरनगर की ओर जाने बाले रास्ते पर ग्राम गाती की खार में गमछे से गला दबाकर आसिफ की हत्या कर दी तथा उसकी मोटर साइकिल को मौके पर ही छोड़कर भाग गये थे।
आसिफ के भाई राशिद ने बताया कि उसके भाई की शादी याशमीन से 15 दिसंबर 2017 को हुई थी शादी यशमीन के जीजा ने ही कराई थी शादी के बाद से उसका भाई खुश नहीं था लेकिन जब भी याशमीन का जीजा उसके घर पर आता था ता याशमीन बहुत खुश हो जाती थी क्योकि याशमीन और उसके जीजा की मुलाकात बंद कमरे में हुआ करती थी परिवार के अन्य सदस्यों ने इस बात का विरोध भी किया लेकिन नई शादी की आडं में याशमीन की मनमर्जी चलती रही । याशमीन के जीजा की बेवजह घर में आमद से बेहद परेशान रहता था । मोबाइल फोन पर भी बात करने के लिए मना किया जाता था लेकिन वो फोन पर ही बात करती रहती थी।
आसिफ के दूसरे भाई आबिद का कहना है कि उसके भाई के गायब होने के बाद याशमीन का जीजा बंटी उसको खोजबाने का नाटक करता रहा उसके घर आकर दिखवा करता रहा । ऐसा लग रहा था कि मानो उससे बड़ा मेरा कोई हितैषी हो ही नहीं ।