महबूब हसन ने पाक कप्तान सरफराज से फोन पर बातचीत का हवाला देते हुए कहा कि जब मेरी बात उससे हुई तो हमने कहा कि चाहे कितनी भी मेहनत कर लो भारत से नहीं जीत पायेगी पाकिस्तानी क्रिकेट टीम। इस पर सरफराज ने मुस्कराते हुए कहा कि देखते हैं कौन है ताकतवर। भारत-पाकिस्तान मैच से पहले उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा कि वो भारत को इस मैच में जीतते हुए देखना चाहते हैं, हालांकि उनकी इच्छा ये भी है कि उनका भांजा अपनी टीम के लिए शतक लगाये।
पाकिस्तान क्रिकेट टीम के कप्तान सरफराज के मामू ने कहा कि वह हर बार भारत को ही जीतते देखना चाहते हैं, लेकिन अपने भांजे को शतक लगाते हुए देखना भी अच्छा लगता है। मामा महबूब बताते हैं कि सरफराज बचपन में खाली समय में गेंद को रस्सी में बांध कर बल्लेबाजी की प्रैक्टिस किया करता था। क्रिकेट के प्रति उसके जूनून ने ही आज उसे पाकिस्तान क्रिकेट टीम का कप्तान बना दिया है। महबूब हसन ने कहा कि भारत-पाकिस्तान के इस हाईवोल्टेज मुकाबले में जीत भारतीय टीम की होगी, क्योंकि भारत की क्रिकेट टीम पाकिस्तान की टीम से बहुत बेहतर है और अच्छा प्रदर्शन कर रही है।
सरफराज की आलोचना करने वाले पूर्व पाकिस्तानी क्रिकेट कप्तानों पर मामा हसन बेहद खफा नजर आए। उनका कहना है कि उनके भांजे की काबिलियत पूर्व क्रिकेटरों को हजम नहीं हो रही है। वो सिर्फ राजनीति कर रहे हैं। महबूब हसन के मुताबिक़ पकिस्तान में अभी भी मोहाजिरों (हिंदुस्तान से गए मुसलमान) से दूरी रखी जाती है और उनको घृणा से देखा जाता है। ऐसे मे उनका भांजा अगर शतक बनाता है तो उनकी पाकिस्तान में अहमियत होगी।