मेडिकल छात्रों के एक उत्पाद को देखकर वहां मौजूद सुरक्षाकर्मी भी मौके से फरार हो गए । यह खबर जैसे ही जिला मुख्यालय पर मौजूद जिला प्रशासन को लगी, वैसे ही जिला प्रशासन तत्काल भारी पुलिस बल के साथ सैफई मिनी पीजीआई पहुंच गया । तब तक हंगामा शांत हो चुका था, और मेडिकल छात्र कुलपति टी प्रभाकर को हटाने की मांग को लेकर धरने पर बैठ गए थे ।
मौके पर पहुंचे मीडिया कर्मियों से बातचीत करते हुए मेडिकल छात्रों ने बताया कि उनके मेडिकल कॉलेज में पढ़ने वाले प्रथम वर्ष के एक छात्र की मां सैफई मिनी पीजीआई में इलाज के लिए भर्ती कराई गई थी । जिन्हें खून की आवश्यकता थी। सैफई मिनी पीजीआई ब्लड बैंक के प्रभारी ने खून देने से मना कर दिया । जिससे उस मेडिकल छात्र की मां की मौत हो गई । इस मौत के बाद सैफई मिनी पीजीआई के सीनियर मेडिकल छात्र गुस्से में आ गए, और उन्होंने जमकर कुलपति के कार्यालय और आवास पर उत्पात मचाया ।
मेडिकल छात्रों का आरोप है, कि अगर सैफई मिनी पीजीआई के ब्लड बैंक से और छात्र की मां को पर्याप्त ब्लड दे दिया जाता, तो उसकी मां की जान बच सकती थी । मौके पर पहुंचे अपर पुलिस अधीक्षक जितेंद्र श्रीवास्तव ने धरने पर बैठे मेडिकल छात्रों को समझाने का काफी प्रयास किया, लेकिन मेडिकल छात्र कुलपति टी प्रभाकर को हटाने की मांग पर अड़े रहे, और अभी तक धरने पर बैठे हुए हैं ।
माना यह जा रहा है कि सैफई मिनी पीजीआई में पढ़ने वाले मेडिकल के छात्रों में और कुलपति डॉक्टर टी.प्रभाकर में अब लंबी लड़ाई छिड़ गई है । मेडिकल छात्र अपने ही कुलपति को अब हिटलर की संज्ञा देने लगे हैं, और उनके इस्तीफे की मांग कर रहे हैं अौर धरने पर बैठे हुए हैं। मेडिकल छात्रों का साफ-साफ कहना है, जब तक कि टी प्रभाकर अपने पद से इस्तीफा नहीं देंगे। तब तक उनका धरना जारी रहेगा ।
मेडिकल छात्रों ने यह भी कहा कि डॉक्टर टी प्रभाकर सैफई मिनी पीजीआई के अब अवैध रूप से कुलपति बने हुए हैं, जो नियमानुसार गलत है।
वही शिवम यादव ने बताया कि हमारा जूनियर 2016-17 बैच का है, जिसकी मां की कल रात में तबियत बिगड़ गई । वो छात्र यही पर पढ़ता है इस लिए यहां पर भर्ती कराया है। उसकी मां का सही से ट्रीटमेन्ट नहीं हुआ, उसकी मां को खून की आवश्यकता थी वो भी प्राप्त नहीं हो सका।जिसके कारण उसकी मां की मृत्यु हो गई ।
वही शिवम यादव ने बताया कि हमारा जूनियर 2016-17 बैच का है, जिसकी मां की कल रात में तबियत बिगड़ गई । वो छात्र यही पर पढ़ता है इस लिए यहां पर भर्ती कराया है। उसकी मां का सही से ट्रीटमेन्ट नहीं हुआ, उसकी मां को खून की आवश्यकता थी वो भी प्राप्त नहीं हो सका।जिसके कारण उसकी मां की मृत्यु हो गई ।
वही मिनी पीजीआई के कुलपति टी प्रभाकर ने बताया कि विजय सिंह मेडीकल का द्वितीय वर्ष का छात्र है । कल उसके पिता ने उसकी मां को भर्ती कराया था । उसके आठ दिन से बुखार आ रहा था । उसकी मां ज्यादा सीरियस थी । मैंने शाम को देखा था । जब में राउण्ड करके शाम को आया तो वह लड़का मेरे पास आया और कहने लगा कि सर मेरी मां को ब्लड नहीं मिल रहा है । तो मैंने खुद एक रसीद काट कर उसे दी और ब्लड का इंतजाम करवाया । लेकिन उसकी मां सुबह मर गई, जिकसे कारण इन छात्रों ने हंगामा किया और उत्पात मचाया।