इटावा

बलात्कारी बाबा आसाराम की पैरवी में जुटे परिवहन मंत्री स्वतंत्रदेव

मंत्री की सफाई है कि यह तो आस्था और श्रद्धा का विषय है, कोई आपत्ति क्यों ?

इटावाJun 14, 2018 / 02:10 pm

आलोक पाण्डेय

बलात्कारी बाबा आसाराम की पैरवी में जुटे परिवहन मंत्री स्वतंत्रदेव

इटावा. सरकारी दफ्तरों में बलात्कारी संत का महिमा मंडल। यह सच है, और खुद विभाग के मंत्री भी आसाराम जैसे बलात्कारी के आगे नत-मस्तक हैं। मामला इटावा के परिवहन निगम के क्षेत्रीय कार्यालय से जुड़ा है। दफ्तर में मासूम लडक़ी के साथ जबरन शारीरिक संबंध बनाने में पास्को एक्ट तथा बलात्कार की संगीन धाराओं सजायाफ्ता आसाराम बापू की तस्वीर लगाकर पूजा-अर्चना होती है। इस मामले के संज्ञान में आने के बाद राज्य के परिवहन मंत्री स्वतंत्रदेव सिंह भी आसाराम की तस्वीरो को सरकारी कार्यालय मे लगाने के मुददे को आस्था और श्रद्वा से जुड़ा बताकर अफसरो की करतूत पर पर्दा डालने की कोशिश में जुट गए हैं।

एक नहीं, बलात्कारी बाबा की कई तस्वीरें लगी हैं

बलात्कारी बाबा आसाराम की तमाम तस्वीरें इटावा के परिवहन निगम के क्षेत्रीय प्रबंधक के कार्यालय में चस्पा हैं। मीडिया में आसाराम के महिमा मंडल की भनक लगी तो कर्मचारियों और अधिकारियों में हडक़ंप मच गया । जिम्मेदार अधिकारी एक-दूसरे पर जिम्मेदारी डालकर चंपत हो गए। काफी कोशिशों के बावजूद कोई भी शख्स इस बात की जानकारी देने के लिए तैयार नहीं हुआ कि आखिरकार आसाराम बापू की इस तरह से तस्वीरों को दफ्तर में किसने चस्पा किया है। गौरतलब है कि प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने इस बात का ऐलान किया था कि हर कार्यालयों में हमारे महापुरुष महात्मा गांधी और डाक्टर भीमराव अंबेडकर की तस्वीरों को लगाना अनिवार्य है लेकिन आर.एम.कार्यालय के कर्मचारियों के कमरे में जाकर देखा गया तो इस बात को देख कर हैरानी हुई कि आज भी उस बलात्कारी पुरुष की तस्वीरें कार्यालयों की अलमारियों और दीवारों पर लगाई रखी हैं । इन तस्वीरो को लगाकर मुख्यमंत्री के आदेशो का उल्लंघन खुलेआम किया जा रहा है।

मंत्री ने आस्था का विषय बताक पल्ला झाड़ लिया

बीते दिवस इटावा दौरे पर आए परिवहन मंत्री और इटावा के प्रभारी मंत्री स्वतंत्र देव सिंह से रोडवेज दफ्तर में बलात्कारी बाबा की महिमा मंडल के बारे में सवाल किया गया तो उन्होंने कहाकि यह व्यक्तिगत मामला है और श्रद्धा से जुड़ा हुआ है। ऐसे में कुछ भी गलत नहीं मानना चाहिए। इस बारे में इटावा समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष गोपाल यादव का कहना है कि जब सरकार ही निरकुंश है तो फिर अधिकारियो की बात क्या करें। अलबत्ता किसी अपराधी की तस्वीर को सरकारी कार्यालय मे लगाने के मुददे पर कार्रवाई अवश्य होनी चाहिए। उनका कहना है कि गलत काम करने वाले कर्मियो को प्रोत्साहन देने वाले मंत्री के खिलाफ भी कार्रवाई होनी चाहिए। उधर काग्रेंस अध्यक्ष उदयभान सिंह यादव भी कहते है कि जब अदालत ने आसाराम बापू को बलात्कार के मामले मे उम्रकैद की सजा सुना दी गई है तो उनकी तस्वीरों से परहेज किया जाना चाहिए।
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