scriptट्रामा सेंटर के अवलोकन के बाद बोले प्रभारी मंत्री – खामी ही खामी है इतने बडे संस्थान में | Minister upset with lack of facilities in hospital | Patrika News

ट्रामा सेंटर के अवलोकन के बाद बोले प्रभारी मंत्री – खामी ही खामी है इतने बडे संस्थान में

locationइटावाPublished: Dec 15, 2019 08:50:34 pm

Submitted by:

Abhishek Gupta

समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गांव सैफई में स्थापित सैफई मेडिकल यूनीवसिर्टी ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित इकलौता मेडिकल संस्थान माना जाता है।

Trauma centre

Trauma centre

इटावा. समाजवादी पार्टी के प्रमुख और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के गांव सैफई में स्थापित सैफई मेडिकल यूनीवसिर्टी ग्रामीण क्षेत्र में स्थापित इकलौता मेडिकल संस्थान माना जाता है। योगी सरकार के काबिज होने के बाद इस संस्थान को लेकर तरह-तरह के सवाल भी खड़े होते दिखे हैं। प्रभारी मंत्री सूर्यप्रताप शाही निर्माणाधीन सुपर स्पेशलिटी हास्पिटल के निरीक्षण के बाद अचानक मेडिकल यूनिवर्सिटी के इमरजेंसी ट्रामा सेंटर में पहुंचे तो यूनिवर्सिटी प्रशासन में खलबली मच गई। प्रभारी मंत्री के साथ यूनिवर्सिटी से सिर्फ कुलसचिव ही मौजूद थे।
ट्रामा सेंटर में मंत्री के पहुंचते ही मरीज व उनके तीमारदारों ने शिकायत करना शुरू कर दी। 3 घंटे से मरीज पड़ा है, न ही कोई देखरेख करने वाला है और ना ही दवाइयां दी जा रही हैं। कई लोगों ने मंत्री की शिकायत की कि यूनिवर्सिटी में दवाइयां पूरी तरह से खत्म हो गई है, इसलिए एक-दो दवाइयां दी जाती हैं। मंत्री ने पूरे वार्ड में घूम कर मरीजों से वार्ता की। अधिकांश मरीजों ने शिकायत की है कि वार्ड में वार्ड ब्वाय ना होने पर भी मंत्री ने कुलसचिव से वार्ता की। इतनी बड़ी यूनिवर्सिटी है और स्टाफ की समस्या है। यह तो बहुत ही गलत है।
उसके बाद ट्रामा सेंटर के आईसीयू वार्ड में बारीकी से हर एक वार्ड पर जाकर जानकारी ली । मंत्री ने टायलेट में जाकर देखा गंदगी पाई जाने पर नाराजगी जाहिर की । बाथरूम में पानी नहीं आ रहा था इस पर सवाल पूछा तो कुलसचिव नहीं दे पाए संतुष्ट जवाब । मंत्री ने कुलसचिव से कोल्ड फैकल्टी के बारे में जानकारी ली और कुल कार्यरत कितने डाक्टर हैं। कुलसचिव ने बताया यहां पर जून में मेरी पोस्टिंग की गई है तब से लेकर अभी तक 30 से 32 डाक्टर छोड़ कर जा चुके हैं। मंत्री ने पूछा ऐसा क्यों है जो सैफई से छोड़कर डाक्टर से जा रहे हैं बड़ी संख्या में फैकल्टी के पद रिक्त हैं इनको क्यों नहीं भरा जा रहा है। मंत्री जाते समय भी कुलसचिव से यह बोल कर गए कि आपके यहां यूनिवर्सिटी में व्यवस्थाएं ठीक नहीं है अधिकांश शिकायतें ही शिकायतें हैं इनको सुधार किया जाए और इसकी रिर्पोट मुख्यमंत्री को जाकर सौंपेंगे।
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