समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव के चचेरे भाई, इटावा जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव ने राज्य के प्रमुख सचिव पंचायती राज को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि पूरा विश्व इस समय कोविड 19 यानी कोरोना वायरस के गंभीर संक्रमण से जूझ रहा है। इसका प्रभाव हमारे देश प्रदेश में भी व्यापक स्तर पर कायम हो रहा है। इसकी रोकथाम हेतु मास्क सैनिटाइजर दवा एवं अन्य उपकरण की व्यवस्था जनहित में अनिवार्य है। आपात स्थिति को देखते हुए जनपद इटावा के समस्त विकासखंड ग्राम पंचायत एवं प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र मास्क, सैनिटाइजर तथा दवा जनता को उपलब्ध कराने हेतु इटावा जिला पंचायत की जिला निधि से 25 लाख की स्वीकृति प्रदान करने का कष्ट करें।
निम्न देखें किस सपा ने दी कितने लाख की मदद- 1- पुष्पराज जैन पम्पी एमएलसी – 60 लाख
2- सोबरन सिंह विधायक करहल – 25 लाख 3- हीरालाल यादव एमएलसी – 25 लाख
4- सुनील सिंह साजन एमएलसी – 25 लाख
5- अनिल दोहरे विधायक कन्नौज – 20 लाख
6- बासुदेव यादव एमएलसी – 15 लाख
7- राजकुमार राजू विधायक मैनपुरी सदर – 15 लाख
8- सुभाष राय विधायक- 10 लाख
9- राजेश कुमार यादव एमएलसी – 10 लाख
2- सोबरन सिंह विधायक करहल – 25 लाख 3- हीरालाल यादव एमएलसी – 25 लाख
4- सुनील सिंह साजन एमएलसी – 25 लाख
5- अनिल दोहरे विधायक कन्नौज – 20 लाख
6- बासुदेव यादव एमएलसी – 15 लाख
7- राजकुमार राजू विधायक मैनपुरी सदर – 15 लाख
8- सुभाष राय विधायक- 10 लाख
9- राजेश कुमार यादव एमएलसी – 10 लाख
भाजपा विधायक ने दिया है- भारतीय जनता पार्टी की इटावा सदर की विधायक सरिता भदौरिया में पांच लाख और भरथना विधानसभा क्षेत्र से भाजपा एमएलए भारतीय जनता पार्टी की विधायक सावित्री कठेरिया ने 10 लाख रुपए की मदद देने का ऐलान किया है। प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और जसवंतनगर से विधायक शिवपाल सिंह यादव ने अपनी निधि से 5 लाख की मदद का ऐलान कोरोना पीड़ितों के लिए किया है।
सभी निर्वाचित जनप्रतिनिधियों ने अपने अपने अधिकृत पत्रों पर कोरोना पीड़ितों की मदद के सिलसिले में जिलाधिकारी या मुख्य विकास अधिकारी के नाम पत्र लिखकर सहायता राशि देने का ऐलान किया है। बताते चलें कि इटावा जिले में अभी तक कोराना संक्रमण से प्रभावित कोई भी सामने नहीं आया है लेकिन संदिग्धों की संख्या करीब 1 दर्जन के आसपास मानी जा रही है इसके अतिरिक्त एक दर्जन ही ऐसे लोग भी हैं जो कहीं ना कहीं विदेश या देश के अन्य हिस्सों से वापस लौट कर के आए हैं जिनको उनके घरों में ही आइसोलेशन में रख दिया गया है ।