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सेक्युलर मोर्चे में मुलायम को यहां नहीं दी गई जगह, सामने आई हैरान करने वाली तस्वीर

locationइटावाPublished: Sep 25, 2018 06:27:57 pm

Submitted by:

Abhishek Gupta

लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के नेता शिवपाल सिंह यादव व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने-अपने स्तर पर तैयारियों में लगे हुए हैं

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Mulayam

लखनऊ. लोकसभा चुनाव के लिए समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के नेता शिवपाल सिंह यादव व सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव अपने-अपने स्तर पर तैयारियों में लगे हुए हैं। पार्टी के संगठन को मजबूत करने के लिए दोनों की रफ्तार में तेजी आ गई है, लेकिन सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव को लेकर अभी भी असमंजस बना हुआ है। सेक्लुर मोर्चा और सपा में खींचतान जारी है, हालांकि बीते रविवार को मुलायम सिंह यादव ने समाजवादी साइकिल यात्रा के समापन कार्यक्रम में शिरकत कर कुछ हद तक तस्वीर साफ कर दी है।
मुलायम ने की अखिलेश के कार्यक्रम में शिरकत-

मुलायम ने दिल्ली के जंतर-मंतर पर जिस तरह से मंच पर बेटे अखिलेश यादव को आशीर्वाद व सपा कभी बूढ़ी न होने वाली बात कही उससे समाजवादियों व सेक्युलर मोर्चे के कार्यकर्ताओं में यह कन्फ्यूजन दूर हो गया है कि आखिर नेताजी किसके साथ हैं। शिवपाल यादव ने इस पर कोई खास टिप्पड़ी न करते हुए केवल यही कहा कि उन्हें नेताजी का आशीर्वाद प्राप्त है, हम लोगों ने उन्हें हमेशा सम्मान दिया और आगे भी देते रहेंगे। सूत्रों के मुताबिक, शिवपाल के करीबियों ने मुलायम के इस कदम के बाद इटावा में डैमेज कंट्रोल करने में जुट गए हैं। सेकुलर मोर्चे में भविष्य सुरक्षित रहने का भरोसा दिलाया जा रहा है। हालांकि यह तरकीब अभी असर नहीं कर रही है।
पोस्टर से गायब हुए मुलायम-

इसे मुलायम सिंह यादव के कार्यक्रम का असर कहे या न कहे, लेकिन शिवपाल सिंह यादव नव सृजित समाजवादी सेकुलर मोर्चा के पोस्टरों से मुलायम सिंह यादव की तस्वीर की विदाई होने लगी है। इटावा के कई इलाकों में समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के लगे पोस्टरों में मुलायम सिंह यादव की तस्वीर नजर ना आने को लोग बड़े ही आश्चर्य के तौर पर देख रहे हैं।
सेकुलर मोर्चा के नेता और कार्यकर्ताओं को लगा झटका-

मुलायम सिंह यादव के कदम से समाजवादी सेकुलर मोर्चा के नेता और कार्यकर्ताओं के साथ साथ प्रशंसकों को भी खासा झटका लगा है क्योंकि समाजवादी सेकुलर मोर्चा के झंडे में ना केवल मुलायम सिंह यादव की फोटो का इस्तेमाल किया गया है बल्कि लखनऊ और अन्य स्थानों पर लगे हुए पोस्टरों में भी मुलायम सिंह यादव की तस्वीर को प्रमुखता दी गई थी, लेकिन एकाएक मुलायम सिंह यादव के बदले हुए मिजाज ने समाजवादी सेकुलर मोर्चा को सकते में ला दिया है।
2 अक्टूबर के कार्यक्रम के लिए लगाया गया यह पोस्टर-

असल में समाजवादी सेकुलर मोर्चा से जुड़े हुए फरहान शकील 2 अक्टूबर को गांधी जयंती के मौके पर एक यात्रा निकाल रहे हैं, जिसका बैनर एसएसपी चौराहे पर लगा हुआ है। फरहान शकील समाजवादी पार्टी पार्टी के मुलायम सिंह यूथ ब्रिगेड के जिलाध्यक्ष रह चुके हैं, लेकिन शिवपाल सिंह यादव के अलग होने के बाद फरहान शकील शिवपाल सिंह यादव के पक्ष में खड़े हो गए। यह बैनर उसी यात्रा से जुड़ा हुआ है। इस बैनर में से मुलायम सिंह यादव की फोटो गायब है, लेकिन शिवपाल सिंह यादव, रघुराज सिंह शाक्य, मुलायम सिंह यादव के बेहद करीब समझे जाने वाले पूर्व दर्जा प्राप्त मंत्री रामसेवक यादव की फोटो का इस्तेमाल किया गया है।
“नेता जी की फोटो अनजाने में प्रिंट नहीं हो पाई”-
2 अक्टूबर को गांधी यात्रा निकालने की तैयारी में जुटे फरहान शकील का कहना है कि यह कोई ऐसा मुद्दा नहीं है, जिसकी चर्चा की जाए। असल में इस पोस्टर से नेता जी की फोटो अनजाने में प्रिंट नहीं हो पाई और जिन लोगों को इसका इस्तेमाल करना था उन्होंने लगा दिया है। वो इस पोस्टर को जल्द ही मुलायम सिंह यादव की फोटो के साथ लगाने जा रहे है, क्यो कि नेता जी समाजवादी पार्टी के ना केवल संरक्षक है बल्कि हमारे नेता शिवपाल सिंह यादव के बडे भाई हैं। हम सबकी पहचान नेता जी मुलायम सिंह यादव की ही बदौलत है, इसलिए उनकी फोटो को हटाने का सवाल ही पैदा नहीं होता है।
समाजवादी सेक्यूलर मोर्चा के झंडे में नेताजी की तस्वीर-

बताते चले कि मुलायम सिंह यादव की फोटो का इस्तेमाल समाजवादी सेक्यूलर मोर्चा के झंडे में लगी हुई है। इसके साथ ही उनकी फोटो बैनर पोस्टर में भी इस्तेमाल की जा रही है, लेकिन एकाएक इस बदले हुए स्वरूप से नये मिजाज की तरफ इशारा हो रहा है।
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Secular Banner IMAGE CREDIT: Patrika

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