ऐसा माना जा रहा है कि मुलायम सिंह यादव की तस्वीर का सवाल उठने के बाद में भौचक समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के नेताओं ने आनन-फानन में ऐसा कदम उठाया था कि उनकी फजीहत बच सके लेकिन जो होना था वह हो चुका था क्योंकि मुलायम सिंह यादव की गायब हुई तस्वीर पर चर्चाओं का न केवल बाजार गर्म दिखा बल्कि यह बातें अखबारों की सुर्खियां तक बन पड़ी। पहले ऐसा माना गया कि दिल्ली के जंतर मंतर में समाजवादी पार्टी के सामाजिक न्याय यात्रा समापन समारोह में मुलायम सिंह यादव के अपने बेटे और पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव के साथ में खड़े होने के बाद समाजवादी सेकुलर मोर्चा के समर्थकों और प्रशंसकों के सुर बदल गए और उन्होंने मुलायम सिंह यादव कोई तस्वीर को हटाने का निर्णय ले लिया लेकिन अपनी फजीहत होने के बाद मुलायम सिंह यादव के तस्वीरे को दुबारा लगाया गया।