पिता ने बताया यह मामला
रामू के पिता ने बताया कि करीब दस साल से उनके बेटे रामू का इलाज मानसिक चिकित्सकों से चल रहा था। जब रामू बेहतर हो गया तो उसकी शादी करवा दी गई लेकिन शादी के दो दिन बाद ही रामू के व्यवहार में एकाएक बदलाव आ गया। रामू पहले ही तरह व्यवहार करने लगा लेकिन इस बात की उम्मीद नहीं थी कि रामू आत्महत्या कर लेगा। सुबह 4 बजे के आस पास रामू शौच के लिए खेत पर गया हुआ था। जब काफी देर तक वापस नहीं लौटा तो खेत मे जाकर देखा गया कि वो पेड़ पर टंगा मिला। रामू के पेड़ से लटक कर आत्महत्या कर लेने से परिवार और गांव मे शोक का माहौल बन गया।
हाथों की मेहदी का रंग भी नहीं उतरा
रामू की बीबी राधा की अपने पति के आत्महत्या कर लेने के बाद बदहवास है। वो कुछ भी बोल नहीं पा रही है। सिर्फ आंसू ही बहाए जा रही है क्योंकि उसको उस बात का एहसास नहीं था कि उसका पति मात्र 17 दिन ही उसकी जिंदगी मे रह पाएगा। रामू की 29 अप्रैल को अछल्दा के किसी गांव से शादी हुई थी। अभी दुल्हन के हाथों की मेहदी का रंग भी नहीं उतरा था और उसके जीवन में इतनी बड़ी घटना घट गई। मौके पर पहुंची बसरेहर थाने के सब इंस्पेक्टर हरवीर सिंह ने मौके पर जा कर जांच पड़ताल की और शव का पंचनामा भरवा कर पोस्मार्टम के लिए जिला मुख्यालय भेजा।