उन्होंने बताया कि सफारी में जेसिका ने पहले शिम्बा सुल्तान, फिर बाहुबली और फिर 26 जून को चार शावकों को जन्म दिया था। इनमें से एक शावक की मौत हो गई थी। फिलहाल सफारी में जो 6 शावक हैं वे सभी जेसिका के ही हैं। इनमें से जून में जन्म लेने वाले तीनों शावक अपनी मां के साथ हैं जबकि अन्य शावकों को अलग अलग कर दिया गया है। पिछले दिनों सफारी में गुजरात से 7 शेरों को लाया गया था। इनमें जेसिका की बेटी जेनिफर भी शामिल है। जेनिफर को जेसिका ने तब जन्म दिया था जब वह गुजरात में थी। जेनिफर के आने के बाद सफारी प्रशासन की पूरी उम्मीदें इसी शेरनी पर केंद्रित हो गईं हैं। उन्हंे लगता है कि जेनिफर ही अब शेरों का कुनबा बढाएगी। सफारी को खोला जा सके इसके लिए भी सफारी में शावकों की संख्या में बढोतरी होना जरूरी है। सफारी प्रशासन भी यह प्रयास कर रहा है। जेनिफर की शेर मनन से मीटिंग भी कराई जा रही है ताकि कुनबा बढाया जा सके। हालांकि इससे पहले जुलाई 2015 में सफारी की शेरनी हीर व ग्रीष्मा ने पांच शावकों को जन्म दिया था लेकिन उन्हे बचाया नहीं जा सका। एक माह के अन्दर इन पांचों शावकों की मौत हो गई थी। इसके बाद शेरनी जेसिका ने शावकों को जन्म दिया और फिलहाल जेसिका के 6 शावकों से सफारी गुलजार है।
तीन सफारियों के साथ ईको पर्यटन केन्द्र को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। अब इस बात के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं कि जल्द ही लायन सफारी को भी पर्यटकों के लिए खोला जा सके। सफारी में जिस तरह बढी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं वह उत्साह बढाने वाला है।
तीन सफारियों के साथ ईको पर्यटन केन्द्र को पर्यटकों के लिए खोल दिया गया है। अब इस बात के पूरे प्रयास किए जा रहे हैं कि जल्द ही लायन सफारी को भी पर्यटकों के लिए खोला जा सके। सफारी में जिस तरह बढी संख्या में पर्यटक आ रहे हैं वह उत्साह बढाने वाला है।
लायन सफारी को मांगी नियमों में छूट बिना शेर देखे सफारी आने वाले पर्यटक मायूस हैं। इसके लिए सफारी प्रशासन लायन सफारी को जल्द खोलने के मूड में हैं पर सीजेडए की कडी शर्तो का रोडा लगा है। पिछले दिनों हुई सफारी की उच्च स्तरीय बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार अब सफारी प्रशासन ने लॉयन सफारी खोलने की शर्तो में ढील देने की मांग सीजेडए से की है। अब यदि छूट मिल जाती है तो फिर पर्यटकों को शेर देखने का सपना जल्द पूरा हो जाएगा। वैसे सफारी प्रशासन इस बात के प्रयास कर रहा है कि जल्द ही सफारी में आने वाले पर्यटकों को शेरों के दीदार कराएं जा सकें।