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सांसद की सख्ती के बाद रामनगर रेलवे क्रासिंग पर अेवरब्रिज बनाने की दिशा में सक्रिय हुए अधिकारी

locationइटावाPublished: Sep 04, 2019 11:08:55 pm

Submitted by:

Abhishek Gupta

उत्तर प्रदेश के इटावा के अति व्यस्ततम रामनगर रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनाने की कवायद ने अब तेजी पकड़ ली है।

katheria

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इटावा. उत्तर प्रदेश के इटावा के अति व्यस्ततम रामनगर रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज बनाने की कवायद ने अब तेजी पकड़ ली है। प्रशासनिक व रेलवे अधिकारियों ने सेतु निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर के साथ जगह का मुआयना किया। अधिकारियों ने ओवरब्रिज के निर्माण में किस प्रकार की बाधाएं आ रही हैं उन पर आपस में चर्चा की। साथ ही फिजिबिल्टी आ रही समस्या पर भी गहनता से विचार किया। अभी और भी सर्वे होने हैं, जिसके बाद जल्द ही ओवरब्रिज निर्माण की प्रक्रिया शुरू हो सकेगी।
एससी-एसटी आयोग के चेयरमेन व सांसद डा. रामशंकर कठेरिया ने शनिवार को स्टेशन व रामनगर क्रासिंग का दौरा किया था। उन्होंने ओवरब्रिज के निर्माण में हो रही देरी को लेकर रेलवे अधिकारियों की जमकर क्लास लगाई थी और उसी दिन मौके पर सेतु निगम व रेलवे के अधिकारियों को भेजकर ओवरब्रिज के लिए सर्वे भी कराया था।
हर कीमत पर यहां ओवरब्रिज का निर्माण होना चाहिए-

डा. कठेरिया ने रेलवे अधिकारियों से स्पष्ट तौर पर कहा था कि जनता की समस्याओं को देखते हुए क्रासिंग पर ओवरब्रिज की काफी आवश्यकता है। इस कार्य में अब देरी नहीं होनी चाहिए। हर कीमत पर यहां ओवरब्रिज का निर्माण होना चाहिए। हालांकि रेलवे जीएम ने डा. कठेरिया को आश्वासन दिया था कि एक वर्ष में जहां रामनगर क्रासिंग पर ओवरब्रिज का निर्माण होगा, वहीं फर्रूखाबाद क्रासिंग पर स्वचालित सीढ़ियां व स्टेशन पर फुट ओवरब्रिज का निर्माण भी कराया जाएगा।
एसडीएम सदर सिद्धार्थ, सेतु निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर इंजी. नवाब सिंह, रेलवे के डीईएन गौरव लूनीवाल, आईओडब्ल्यू महेंद्र सिंह मीना व पीडब्ल्यूडी के अधिकारियों ने रामनगर क्रासिंग पर पहुंचकर फिजिबिल्टी के लिए दौरा किया। उन्होंने किस तरह से ओवरब्रिज का निर्माण होगा इस पर भी आपस में चर्चा की।
प्रोजेक्ट मैनेजर इंजी. ने दिया बयान-

ओवरब्रिज के निर्माण के संबंध में सेतु निगम के प्रोजेक्ट मैनेजर इंजी. नवाब सिंह ने बताया कि अभी सिर्फ फिजिबिल्टी के लिए दौरा किया है। इसका डिटेल सर्वे कराने के बाद ही फिजिबिल्टी की रिपोर्ट दी जाएगी। साथ ही कितने डिग्री एंगिल पर ब्रिज का निर्माण होगा। स्क्यू एंगिल डिसाइड होने के बाद ही रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण के लिए अपनी सहमति देगी। फिजिबिल्टी रिपोर्ट आने के बाद ही पुल निर्माण के लिए डीपीआर भेजी जाएगी।
रामनगर रेलवे क्रासिंग पर ओवरब्रिज के निर्माण के लिए जगह की काफी कमी है। लेकिन यहां पर ओवरब्रिज ही सफल होगा, इसके लिए तैयारियां भी शुरू हो गई हैं। अंबेडकर चौराहे की तरफ जो रेलवे की एईएन कालोनी बनी है, इस कालोनी का कुछ हिस्सा तथा क्रासिंग पर जो रेलवे की केबिन बनी है उसे भी पुल निर्माण में लिया जाएगा। ओवरब्रिज क्रासिंग से अलग हटकर बनेगा। अंबेडकर चौराहे से आगे जेल के पीछे से पुल को उठाया जाएगा जो रेलवे लाइन को पार कराकर विजयनगर की ओर पूरा होगा। अभी और जगह के लिए सेतु निगम के द्वारा प्रयास किए जा रहे हैं।

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