सब इंस्पेक्टर सुबोध सहाय द्वारा पैसे देने से मना करने पर पत्रकार सनत तिवारी ने 18 जून को सोशल मीडिया पर एक वीडियो वायरल किया गया, जिसमें बताया गया कि उप निरीक्षक सुबोध सहाय तथा उनके साथी पुलिस कर्मियों द्वारा चोरी/लूट की घटना को अंजाम दिया गया। उपरोक्त वीडियो के बाबत में वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक इटावा आकाश तोमर ने तत्काल संज्ञान लेते हुए जांच कराई गयी तो इस तथ्य की पुष्टि हुई कि उपरोक्त वीडियो इसी साल 13 मार्च का है। उपनिरीक्षक सुबोध सहाय व उनकी टीम मुकदमा 07/2020 से सम्बन्धित आरोपियों के कृष्णा होटल में छिपे होने के सम्बन्ध में सूचना प्राप्त हुई थी तथा मौके पर पहुंचकर पुलिस को आरोपी वहां से फरार हो चुके थे जिस कारण आरोपियों के सम्बन्ध में जानकारी करने के लिए होटल के सीसीटीवी फुटेज का डीवीआर चेक किया गया था जिसे फर्जी पत्रकार सनत तिवारी द्वारा चोरी/लूट की घटना बताया गया।
उपरोक्त वीडियो की कराई गई जांच तथा पुलिस की छवि को धूमिल करने के लिये लगातार सोशल मीडिया पर वायरल किए जा रहे असत्य मैसेज के तथा उपनिरीक्षक सुबोध सहाय को ब्लैकमेल करने के लिए थाना सिविल लाइन पर मुकदमा अपराध संख्या 251/2020 धारा 186, 179, 388, 420 भादवि व 3 महामारी अधिनियम, 51/57 आपदा प्रबन्धन अधिनियम एवं 74 आई0टी0 एक्ट अभियोग पंजीकृत किया गया है।
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उपरोक्त अभियोग के सम्बन्ध में क्षेत्राधिकारी नगर के नेतृत्व में अपराध शाखा इटावा व थाना सिविल लाइन पुलिस टीम की संयुक्त टीम द्वारा कार्यवाही करते हुए आरोपी सनत तिवारी को चेकिंग के दौरान आईटीआई चैराहे के पास से गिरफ्तार कर जेल भेजने की प्रकिया की जा रही है। उन्होंने बताया कि 1 मोबाइल फोन, 3 न्यूज चैनल माईक आईडी, 3 विभिन्न चैनल के परिचय पत्र बरामद किए गए है। पुलिस के अधिकारियों की मानें तो सनत तिवारी पत्रकारिता की आड़ में खनन से जुड़े हुए लोगो के अलावा कई पुलिस अधिकारियों के वीडियो बनाकर रंगदारी मांग कर कमाई किया करता था जिसकी शिकायते लंबे समय से सामने आ रही थी लेकिन कार्रवाई अब आकर संभव हो सकी है।