मामला यह है
इटावा के सैफई थाना की पुलिस सोमवार की रात में ग्राम भूटा के ग्रामीणों पर टूट पड़ी। महिला, बच्चों, बुजुर्गों को लाठी-डंडा और लात-घूंसों से बेरहमी से पीटा गया था। इससे एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। इनमें एक महिला को मरणासन्न हालत में छोड़ा गया। करीब एक घंटे तक चले पुलिस बल के उत्पीडऩ से पूरे गांव में भगदड़ के साथ चीख-पुकार होती रही। थाना पुलिस फालोवर की पिटाई की शिकायत पर भड़क गई थी।
पीडि़त व्यक्ति बाजार करके लौट रहे थे
आपको बताते चलें कि भूटा निवासी श्रीकृष्ण शाक्य पुत्र अतिराम सिंह रात करीब आठ बजे हरदोई बाजार करके लौट रहे थे। बाजार से लौटते समय गांव के बाहर उनका सामना थाना में फालोवर अवधेश पुत्र दीनानाथ निवासी भूटा से हो गया। दोनों के बीच किसी बात पर विवाद हो गया। इस पर अवधेश ने थाने में सूचना दे दी कि उसके साथ मारपीट की गई है। थाना से तुरंत दो सिपाही सादा वर्दी में मौके पर पहुंच गए और श्रीकृष्ण की बाइक में लात मारकर उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। चीख-पुकार पर गांव के लोग दौड़कर पहुंचे तो श्रीकृष्ण को पिटने से बचाने के साथ ही सादा वर्दी वाले सिपाहियों को अराजकतत्व समझ कर पीट दिया।
ग्रामीणों द्वारा पीटे जाने पर दोनों सिपाहियों ने थाने में इसकी सूचना कर दी। इस पर थाना से भारी संख्या में पुलिस बल गांव में पहुंच गया और ग्रामीणों को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। श्रीकृष्ण की पत्नी हृदेश को मरणासन्न हालत में छोड़ा, उनके पूरे शरीर में चोटें आईं। उनको सैफई स्थित यूपीयूएमएस में भर्ती कराया गया है। उनके अलावा श्रीकृष्ण सहित एक दर्जन से अधिक महिलाओं, पुरुषों, बच्चों को चोटें आईं हैं, जिन्होंने निजी क्लीनिक-हॉस्पिटल जाकर इलाज कराया है। थाना पुलिस ने श्रीकृष्ण के खिलाफ शांति भंग की धारा में कार्रवाई की है।
इटावा के सैफई थाना की पुलिस सोमवार की रात में ग्राम भूटा के ग्रामीणों पर टूट पड़ी। महिला, बच्चों, बुजुर्गों को लाठी-डंडा और लात-घूंसों से बेरहमी से पीटा गया था। इससे एक दर्जन से अधिक लोग घायल हो गए। इनमें एक महिला को मरणासन्न हालत में छोड़ा गया। करीब एक घंटे तक चले पुलिस बल के उत्पीडऩ से पूरे गांव में भगदड़ के साथ चीख-पुकार होती रही। थाना पुलिस फालोवर की पिटाई की शिकायत पर भड़क गई थी।
पीडि़त व्यक्ति बाजार करके लौट रहे थे
आपको बताते चलें कि भूटा निवासी श्रीकृष्ण शाक्य पुत्र अतिराम सिंह रात करीब आठ बजे हरदोई बाजार करके लौट रहे थे। बाजार से लौटते समय गांव के बाहर उनका सामना थाना में फालोवर अवधेश पुत्र दीनानाथ निवासी भूटा से हो गया। दोनों के बीच किसी बात पर विवाद हो गया। इस पर अवधेश ने थाने में सूचना दे दी कि उसके साथ मारपीट की गई है। थाना से तुरंत दो सिपाही सादा वर्दी में मौके पर पहुंच गए और श्रीकृष्ण की बाइक में लात मारकर उनके साथ मारपीट शुरू कर दी। चीख-पुकार पर गांव के लोग दौड़कर पहुंचे तो श्रीकृष्ण को पिटने से बचाने के साथ ही सादा वर्दी वाले सिपाहियों को अराजकतत्व समझ कर पीट दिया।
ग्रामीणों द्वारा पीटे जाने पर दोनों सिपाहियों ने थाने में इसकी सूचना कर दी। इस पर थाना से भारी संख्या में पुलिस बल गांव में पहुंच गया और ग्रामीणों को बेरहमी से पीटना शुरू कर दिया। श्रीकृष्ण की पत्नी हृदेश को मरणासन्न हालत में छोड़ा, उनके पूरे शरीर में चोटें आईं। उनको सैफई स्थित यूपीयूएमएस में भर्ती कराया गया है। उनके अलावा श्रीकृष्ण सहित एक दर्जन से अधिक महिलाओं, पुरुषों, बच्चों को चोटें आईं हैं, जिन्होंने निजी क्लीनिक-हॉस्पिटल जाकर इलाज कराया है। थाना पुलिस ने श्रीकृष्ण के खिलाफ शांति भंग की धारा में कार्रवाई की है।
पुलिस उत्पीडऩ से ग्रामीणों ने खटखटाया एसएसपी का दरवाजा
वहीं पर जब यह ग्रामीण अपने आपको पुलिस के कहर से नहीं बचा सके, तो वे शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में महिलाओं और पुरुष इटावा एसएसपी कार्यालय पहुंच गए और ज्ञापन देकर अपने आपको इन दबंग पुलिस वालों से बचाने की गुहार लगाई।
वहीं पर जब यह ग्रामीण अपने आपको पुलिस के कहर से नहीं बचा सके, तो वे शुक्रवार को सैकड़ों की संख्या में महिलाओं और पुरुष इटावा एसएसपी कार्यालय पहुंच गए और ज्ञापन देकर अपने आपको इन दबंग पुलिस वालों से बचाने की गुहार लगाई।
वही जब इटावा के एसएसपी वैभव कृष्ण से इस मामले में पूछा गया तो उन्होंने बताया पुलिस उत्पीडऩ के संबंध में मामला संज्ञान में आया है। इस पूरे घटनाक्रम की जांच एडिशनल एसपी से कराई जाएगी, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।