राज्यसभा सांसद ने कहा कि भारतीय जनता पार्टी में जो काम करता है, उसको सम्मान देने में पार्टी कभी भी पीछे नहीं रहती। ‘सबका साथ-सबका सबका और सबका विश्वास के एंजेडे पर भाजपा आगे बढ़ रही है। कहा कि शाक्य बाहुल्य इलाके से आज तक किसी भी दल ने इस जाति के किसी भी व्यक्ति को राज्यसभा नहीं भेजा, लेकिन भाजपा ने यह सम्मान जाति को दिया। यह उनके लिए गर्व की बात है।
अन्य पिछड़ी जाति से ताल्लुक रखने वाली गीता शाक्य के राज्यसभा में भेजे जाने के भाजपा आलाकमान के निर्णय से न केवल पार्टी बल्कि दूसरे दलों के लोग भी हैरत में आ गए हैं। किसी को भी उनके राज्यसभा भेजे जाने की उम्मीद नहीं थी। उनका मानना है कि 2022 के विधानसभा चुनाव में अन्य पिछड़ी जाति की प्रमुख समझी जाने वाली शाक्य, कुशवाहा, मौर्य और सैनी समाज के वोट उन्हें मिल सकते हैं।