इटावा के जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी राजू राणा ने इन विद्यालयों की मान्यता समाप्त करने का आदेश जारी करते हुए बताया कि स्कूल संचालको को चेतावनी दी गई कि इन स्कूलों का संचालन न किया जाए।
डीएम ने कराई सघनता से जांच, मचा हड़कंप जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे के निर्देश पर छह उपजिलाधिकारियों द्वारा की गई जांच के बाद प्राथमिक व जूनियर के 149 विद्यालयों की मान्यता रद्द कर दी गई है । इन विद्यालयों में कराई गई जांच में कोई सही जवाब नहीं दे सका। जिसके बाद इनकी मान्यता रद्द करने का फैसला लिया गया। जबकि 83 विद्यालयों का प्रकरण मंडलीय समिति को निस्तारण के लिए भेज दिया गया है। जिन 149 विद्यालयों की मान्यता रद्द की गई है, उनमें सबसे ज्यादा जसवंतनगर ब्लाक में 40, भरथना व महेवा ब्लाक में 25-25, बढ़पुरा व सैफई ब्लाक में 14 व नगर क्षेत्र में एक दर्जन के आसपास विद्यालय हैं।
इटावा में बेसिक शिक्षा विभाग से मान्यता प्राप्त प्राथमिक व जूनियर विद्यालय करीब 1100 के आसपास हैं। जिलाधिकारी सेल्वा कुमारी जे ने जनवरी 2018 में जनपद में स्थित इन विद्यालयों में सभी उपजिलाधिकारियों से जांच कराने के निर्देश जारी किए थे। जांच होने के बाद सभी विद्यालयों को पांच मार्च को नोटिस जारी कर कमियों को पूरा करने के लिए कहा गया था और उसका जवाब उपजिलाधिकारी के माध्यम से ही भेजने को कहा गया था। किंतु विद्यालय के संचालकों व प्रबंधकों ने एक माह की अवधि बीतने के उपरांत भी कोई जवाब नहीं दिया। 10 मई को मान्यता समिति की बैठक में 149 विद्यालयों की मान्यता समाप्त करने का फैसला लिया गया और 83 विद्यालयों की मान्यता को लेकर एडी बेसिक को लिखा गया है। इस कार्रवाई से विद्यालय संचालकों से हड़कंप मच गया है।
कमिश्नर से मिलने पहुंचे विद्यालय संचालक इतनी बड़ी कार्रवाई विद्यालय संचालकों के खिलाफ एक साथ होने से हड़कंप मच गया है । फैसले को लेकर तमाम विद्यालय संचालक कानपुर मंडल कमिश्नर के यहां गुहार लगाने पहुंचे हैं। कमिश्नर सुभाष चंद्र शर्मा ने एडी बेसिक डॉ. फतेह बहादुर सिंह को मामले में पुनर्विचार करने के लिए कहा है। हालांकि यह फैसला मुख्यालय स्तर पर नहीं पहुंचा है।