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लालसेना ने चंबल मे दिखाया था अपना दम, बिना खून बहाए अंग्रेजों को भगाया

locationइटावाPublished: May 21, 2022 05:56:38 pm

Submitted by:

Dinesh Mishra

डाकुओ के आंतक लिए कुख्यात समझी जाने वाली चंबल घाटी मे आजादी की मुहिम अर्जुन सिंह भदौरिया ने कंमाडर के रूप मे चलाई। अर्जुन सिंह भदौरिया की अगुवाई मे चंबल मे स्थापित की गई लालसेना की यादे आज भी लोगो के जहन मे समाई हुई है।

File Photo Chambal Ghati

File Photo Chambal Ghati

आजादी का अमृत महोत्सव वर्ष में स्वतंत्रता संग्राम के महानायक लाल सेना के कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया की पुण्यतिथि दिवस पर 22 मई को उनकी जन्मस्थनी बसरेहर ब्लाक के अंतर्गत लोहिया गांव में स्मृति समारोह का आयोजन किया गया है । आजादी योद्धा कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया ने चंबल घाटी में हजारों क्रांतिकारियों को ट्रेनिंग देकर फिरंगी सरकार की चूलें हिलाने के लिए सशस्त्र क्रांति का सबसे उम्दा प्रयोग किया था ।
करो या मरो आंदोलन के दौरान कमांडर को 44 वर्ष की सजा

करो या मरो आंदोलन के दौरान कमांडर को 44 वर्ष की सजा हुई और वे करीब 52 बार जेल गए।
आजाद भारत में कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया 1957, 1967 और 1977 में इटावा से लोकसभा सांसद चुने गए। इटावा मे शैक्षिक पिछड़ेपन की समस्या, आवागमन के लिए पुलों का आभाव जैसी तमाम सरोकारी समस्याओं को वे सदन में प्रमुखता से उठाते रहे।
लाल सेना की गौरवशाली विरासत

लाल सेना की गौरवशाली विरासत की याद में कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया की समाधि स्थल पर समारोह का ऐतिहासिक आयोजन किया गया है । लाल सेना के रणबांकुरों को आजादी के 75 वां वर्ष में उचित सम्मान के लिए कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया स्मृति समारोह के संयोजक क्रांतिकारी लेखक शाह आलम राना ने राष्ट्रपति, प्रधानमंत्री, राज्यपाल, मुख्यमंत्री और इटावा सांसद को पत्र लिखकर 12 सूत्रीय मांगे सरकारों के समक्ष रखी हैं। जिसमें कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया की स्मृति में बसरेहर मुख्य मार्ग पर भव्य गेट का निर्माण किया जाए।
लाल सेना के क्रांतिवीरो की याद में चंबल घाटी

लाल सेना के योद्धाओं की याद में लोहिया गांव में एक गौरवमयी स्मारक, वाचनालय, गैलरी, संग्रहालय, सभागार का निर्माण किया जाए। लाल सेना के क्रांतिवीरों की याद में एक विशाल स्तंभ का निर्माण किया जाए। कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया के नाम से अमृत महोत्सव वर्ष में भारतीय डाक टिकट जारी किया जाए। लाल सेना के क्रांतिवीरो की याद में चंबल घाटी में चंबल राजकीय शूटिंग एकेडमी की स्थापना की जाए। लोहिया गांव में प्रति दिन शाम को लाइट एंड शो कार्यक्रम आयोजित किए जाएं। कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया का जीवन चरित्र यूपी बोर्ड के पाठ्यक्रम में शामिल किया जाए। लोहिया गांव में कमांडर अजुर्न सिंह भदौरिया की विशाल ग्रेनाइट प्रतिमा लगाई जाए। कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया एवं उनकी सहयात्री रहीं स्वतंत्रता संग्राम सेनानी और पूर्व राज्यसभा सदस्य श्रीमती सरला भदौरिया की समाधि को प्रकाशमान किया जाए। कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया की याद में इटावा के महाविद्यालयों में सर्वाेच्च अंक पाने वाले विद्यार्थियों को स्वर्णपदक प्रदान किए जाए।
लोहिया गांव को राष्ट्रीय पर्यटन मानचित्र से जोड़ा जाए। आजादी के परवाने लाल सेना के नायकों पर आडियो-विजुअल सामग्री तैयार कराकर दूरदर्शन पर प्रसारित कराया जाए। 22 मई को जिला प्रशासन द्वारा बसरेहर ब्लॉक के लोहिया गांव में प्रात 10 बजे कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया को सलामी देने से समारोह की विधिवत शुरूआत होगी। लाल लेना के कमांडर के जीवन से जुड़े विविध पहलुओं को समेटे फोटो प्रदर्शनी लगाई जाएगी।
कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया के सपनों का भारत विषय से स्पीच कंपटीशन के लिए जूनियर, सीनियर और वरिष्ठ वर्ग हिस्सा लेंगे। सुबह से ही लाल सेना के क्रांतिकारियों की स्मृति में स्वास्थ शिविर लगाया जाएगा। पेंटिंग कम्पटीशन के लिए खूबसूरत चंबल विषय रखा गया है इसमें जूनियर, सीनियर और वरिष्ठ वर्ग हिस्सा लेंगे। स्पीच और पेंटिंग कंपटीशन के बाद ज्यूरी सदस्यों के निर्णय के बाद सभी वर्गों हेतु प्रथम, द्वितीय , तृतीय पुरस्कार एवं सभी प्रतिभागियों को प्रशस्ति पत्र दिया जाएगा। कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया स्मृति समारोह का समापन सत्र का शाम चार बजे से शुरू होगा। जिसमें सांस्कृतिक कार्यक्रम के बाद पुरस्कार वितरण किया जाएगा।
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समापन सत्र में राजनैतिक, प्रशासनिक, सामाजिक, सांस्कृतिक क्षेत्र की हस्तियों के अलावा क्रांतिकारी परिवारों का जमावड़ा होगा। कमांडर अर्जुन सिंह भदौरिया स्मृति समारोह की आयोजन समिति में श्रीमती कुसुमदास, डा. रंजना कुमारी, उदीतादास, सिद्धार्थ भदौरिया, राहुल भदौरिया, डा. कमल कुमार कुशवाहा, राघवेन्द्र सिंह चौहान, वीरू भदौरिया, मोहित यादव आदि शामिल हैं।
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