उन्होंने कहा कि पुलिस प्रमुख होने के नाते उनकी यह जिम्मेदारी बनती है कि पुलिस आखिरकार कैसे वसूली करती है, यह बड़ा सवाल खड़ा हुआ है। उनका कहना है कि इटावा में एक साल से थानेदार तैनात है जिनके कार्यक्षेत्रों में आज तक बदलाव नहीं किया गया है।
समाजवादी पार्टी के जिलाध्यक्ष गोपाल यादव ने इटावा की पुलिस पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि पूरे जिले में लूट मचाये हुए है। पुलिस आम आदमी को पकड़ कर के थाने में बंद कर रही है और उससे विभिन्न तरीके से प्रताड़ित करके धन वसूली करने में जुटी हुई है।
समाजवादी पार्टी के जिला अध्यक्ष गोपाल यादव ने आज दोपहर पार्टी कार्यालय पर पत्रकारों से वार्ता करते हुए कहा कि इस समय पुलिस ने लूट मचा रखी है ओर जिस तरह से भले लोगों को अपमानित किया जा रहा है। इसमें लोग आवाज़ उठा रहे है। आज आप खुद ही पता कर सकते है जनपद में किसी भी भले व्यक्ति का सम्मान सुरक्षित नहीं है। किसी भी व्यक्ति को जा करके पुलिस अपमानित कर सकती है ओर किसी के भी घर पर जा कर बुजुर्गाें को महिलाओं को उठा कर ले सकती है । जिस घर में महिलाएं होती है वहां पर मानवीयता का भी पुलिस ख्याल नहीं रखती है । इस तरह की घिनौनी वारदाते पुलिस करने में जुटी हुई है।
उन्होंने कहा कि अगर देखा जाए तो खनन की ओवरलोड गाड़ियों के नाम पर बड़े पैमाने पर वसूली की जा रही है। लाखों रुपये की वसूली प्रतिदिन हो रही है। आज अगर चकरनगर थाने की बात की जाए तो वहां पब्लिक के कुछ तयशुदा लोगों के जरिये वसूली कर्रवाई जा रही है । जहां पर पुलिस को काम करना चाहिये वहां पुलिस काम नहीं कर रही है । बसों से अवैध वसूली पूरे जिले भर में की जा रही है । वाहन चैंकिग के दरम्यान अगर किसी भी व्यक्ति के पास कागज नहीं है तो उसको इतना भी मौका नहीं देगे कि वो घर से कागज भी ला सके। इस कार्रवाई के बाद पुलिस अपनी पीठ थपथपाती हुई नजर आती है।
उन्होंने कहा कि इटावा जनपद में करीब करीब 1 – 1 साल से एक-एक थाना अध्यक्ष तैनात हैं जो लगातार बड़े पैमाने पर वसूली करने में जुटा हुआ है । उन सबने अपने अपने इलाके में अड्डे बना लिए है जहां से वसूली का सिलसिला चलाया जा रहा है ।
उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस निर्दाेष लोगों को जेल भेजने का काम कर रही है । उनके पास इस तरह की भी खबरे है जिसमें स्पष्ट है कि सैकड़ों निर्दाेष लोगों को जेल भेजा जा चुके है । अगर जेल में आप मिलने जाए तो वहां देखेगे कि जेल की हालात कितनी खराब है। अगर जेल में कैद लोगों की बात को माना जाये तो 90 प्रतिशत लोग निर्दाेष है । अगर इटावा जेल की बात की जाए तो यहॉ मात्र 600 लोगो की ही क्षमता है लेकिन 2 हजार के पास लोगों को कैद करके रखा गया है । इसमें से 90 फीसदी लोग निर्दाेष है ।
उन्होंने इटावा के एसएसपी अशोक कुमार त्रिपाठी को चेतावनी देते हुए कहा कि आखिर क्या वजह है कि आप अपने थानेदारो में बदलाव क्यों नही करते है कुछ ना कुछ सवाल उठना आप के लिए लाजिमी है । अगर पुलिस ने अपना वसूली अभियान नही सुधारा तो पुलिस के खिलाफ बड़ा आंदोलन चलाने में देर नही लगेगी । समाजवादी पार्टी में पुलिस के खिलाफ आंदोलन की रूपरेखा तैयार कर ली है सिर्फ तिथि का घोषित करना बकाया है । समाजवादी पार्टी पुलिस की कारगुजारियों के खिलाफ इतना बड़ा आंदोलन करेगी कि पुलिस प्रशासन की चूलें हिल जाएंगे ।