सोमवार को शिवपाल यादव ने जिस तरह से इटावा में दमदारी के साथ पत्रकारों के समक्ष अपनी बात रखी। स्पष्ट है कि मुलायम सिंह यादव को छोड़कर शिवपाल सिंह अपने परिवार के राजनीतिक सदस्य अपने भतीजे व सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव, अपने दूसरे भतीजे बदायूं के सांसद धर्मेंद्र यादव, फिरोजाबाद के सांसद अक्षय यादव, अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव के खिलाफ चुनाव मैदान में समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के प्रत्याशियों को उतारने में हिचक नहीं करेंगे।
सेक्युलर मोर्चे के गठन के बाद से लगातार शिवपाल सिंह यादव अपने भतीजे और पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव के खिलाफ मुखर हो चले हैं। अखिलेश यादव का नाम लिए बिना वह उनको कंस और रावण की संज्ञा दे चुके हैं। बीते दिनों उन्होंने मीडिया के सामने कहा था कि बुजुर्गों का सम्मान न करने वालों का अंत कंस और रावण जैसा ही होता है।