अक्षय ने जीता था यहां से चुनाव
फिरोजाबाद सीट को शिवपाल सिंह यादव के लिए अधिक मुफीद इसलिए और भी माना जा रहा है कि वहॉ के पूर्व विधायक अजीम भाई, पूर्व विधायक रामवीर सिंह और विधायक हरीओम यादव से शिवपाल सिंह यादव से रिश्ते बेहतर बताये जाते हैं जब कि प्रोफेसर रामगोपाल यादव से उनके रिश्ते पहले जैसे नही रहे है। कभी इस सीट से डिपंल यादव की करारी पराजय भी हो चुकी है लेकिन अक्षय यादव के रूप मे इस सीट पर समाजवादी पार्टी कब्जा करने मे तब कामयाब हुई जब 2014 की मोदी लहर में भारतीय जनता पार्टी पूर्व बहुमत में काबिज हुई।
फिरोजाबाद सीट को शिवपाल सिंह यादव के लिए अधिक मुफीद इसलिए और भी माना जा रहा है कि वहॉ के पूर्व विधायक अजीम भाई, पूर्व विधायक रामवीर सिंह और विधायक हरीओम यादव से शिवपाल सिंह यादव से रिश्ते बेहतर बताये जाते हैं जब कि प्रोफेसर रामगोपाल यादव से उनके रिश्ते पहले जैसे नही रहे है। कभी इस सीट से डिपंल यादव की करारी पराजय भी हो चुकी है लेकिन अक्षय यादव के रूप मे इस सीट पर समाजवादी पार्टी कब्जा करने मे तब कामयाब हुई जब 2014 की मोदी लहर में भारतीय जनता पार्टी पूर्व बहुमत में काबिज हुई।
समाजवादी सेकुलर मोर्चा से जुड़े हुए अधिकाधिक नेता भी इस बात को पूरी तरह से जानते हैं कि शिवपाल सिंह की पहले रामगोपाल यादव से अनबन थी लेकिन बाद में उनसे उनके रिश्ते बेहतर बेशक हो गये हैं फिर भी मोर्चा कार्यकर्ताओं का मानना है कि फिरोजाबाद सीट से बेहतर कोई दूसरी सीट शिवपाल के लिए समीकरणीय तौर पर मुफीद नहीं है। इसलिए शिवपाल सिंह यादव फिरोजाबाद सीट से चुनाव लडऩे के मूड मे नजर आ रहे हैं।
विधायकी से दे सकते हैं इस्तीफा
सिर्फ इतना ही नहीं शिवपाल सिंह यादव के बेटे आदित्य यादव अंकुर के बारे मे आ रही खबरों पर अगर यकीन करें तो वे अपने पिता की निर्वाचन सीट जसवंतनगर विधानसभा से चुनाव मैदान में किस्मत आजमाएंगे। असल में शिवपाल जसवंतनगर विधानसभा से इस्तीफा देने का पूरे तरीके से मन बना चुके हैं क्योंकि वह अब अपने आप को समाजवादी सेकुलर मोर्चा के नेता के तौर पर स्थापित करना चाहते हैं इसी कारण वह समाजवादी पार्टी से पूरी तरीके से जुड़ाव खत्म करने के मूड में नजर आ रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के एक प्रभावशाली सशक्त राजनेता ने दावा किया है कि हाईकमान से उनकी बड़े पैमाने पर डील हुई है, जिसके तहत समाजवादी पार्टी से उपेक्षित चल रहे शिवपाल सिंह यादव समाजवादी सेकुलर मोर्चा गठन कर चुके हैं। गठन के साथ ही नेता जी मुलायम सिंह यादव की ओर से शिवपाल सिंह यादव के पास विभिन्न स्तर पर वार्ता के संबध मे दबाब आया उसके बाद दो दिनी वार्ता में नतीजा किसी मुकाम पर नहीं पहुंचा है परिणामस्वरूप ऐसे हालात अब खड़े हो गये हैं कि समाजवादी पार्टी के वोट बैंक में बंटबारे के कायस लगाये जाने लगे हैं।
सिर्फ इतना ही नहीं शिवपाल सिंह यादव के बेटे आदित्य यादव अंकुर के बारे मे आ रही खबरों पर अगर यकीन करें तो वे अपने पिता की निर्वाचन सीट जसवंतनगर विधानसभा से चुनाव मैदान में किस्मत आजमाएंगे। असल में शिवपाल जसवंतनगर विधानसभा से इस्तीफा देने का पूरे तरीके से मन बना चुके हैं क्योंकि वह अब अपने आप को समाजवादी सेकुलर मोर्चा के नेता के तौर पर स्थापित करना चाहते हैं इसी कारण वह समाजवादी पार्टी से पूरी तरीके से जुड़ाव खत्म करने के मूड में नजर आ रहे हैं।
भारतीय जनता पार्टी के एक प्रभावशाली सशक्त राजनेता ने दावा किया है कि हाईकमान से उनकी बड़े पैमाने पर डील हुई है, जिसके तहत समाजवादी पार्टी से उपेक्षित चल रहे शिवपाल सिंह यादव समाजवादी सेकुलर मोर्चा गठन कर चुके हैं। गठन के साथ ही नेता जी मुलायम सिंह यादव की ओर से शिवपाल सिंह यादव के पास विभिन्न स्तर पर वार्ता के संबध मे दबाब आया उसके बाद दो दिनी वार्ता में नतीजा किसी मुकाम पर नहीं पहुंचा है परिणामस्वरूप ऐसे हालात अब खड़े हो गये हैं कि समाजवादी पार्टी के वोट बैंक में बंटबारे के कायस लगाये जाने लगे हैं।
जिससे बड़े स्तर पर फायदा हो
जैसी खबरें सामने आ रही है उसके मुताबिक कहा जा रहा है शिवपाल सिंह यादव को भारतीय जनता पार्टी यादव वोटों को काटने के लिए इस्तेमाल करना चाहती है, जिससे भारतीय जनता पार्टी को बड़े स्तर पर फायदा हो सके। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के बारे में पहले ही शिवपाल सिंह यादव के भतीजे और पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव इस बात का ऐलान कर चुके हैं कि वो मैनपुरी संसदीय सीट से 2019 का चुनाव लड़ेगेे।
जैसी खबरें सामने आ रही है उसके मुताबिक कहा जा रहा है शिवपाल सिंह यादव को भारतीय जनता पार्टी यादव वोटों को काटने के लिए इस्तेमाल करना चाहती है, जिससे भारतीय जनता पार्टी को बड़े स्तर पर फायदा हो सके। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव के बारे में पहले ही शिवपाल सिंह यादव के भतीजे और पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव इस बात का ऐलान कर चुके हैं कि वो मैनपुरी संसदीय सीट से 2019 का चुनाव लड़ेगेे।