ये भी पढ़ें- इस पूर्व सांसद का हुआ निधन, अखिलेश यादव व सीएम योगी ने दिया बड़ा बयान गांधी जी सबसे हैं- शिवपाल
उन्होंने कहा कि दोनों दलों के बीच गठबंधन का विकल्प खुले हुए हैं। सांप्रदायिक शक्तियों को धराशाही करने के लिए सपा और प्रसपा के मध्य मुद्दों के आधार पर चुनावी गठबंधन हो सकता है। दो अक्टूबर को विधानमंडल में सरकार की ओर से आयोजित गांधी जयंती कार्यक्रम में उनके शरीक होने के सवाल पर उन्होंने साफ किया कि गांधी सबके हैं, उन्हें दलीय दायरे के नहीं जोड़ना चाहिए। अन्य विपक्षी दलों के न शरीक होने पर उन्होंने कहा कि सबकी अपनी सोच है।
उन्होंने कहा कि दोनों दलों के बीच गठबंधन का विकल्प खुले हुए हैं। सांप्रदायिक शक्तियों को धराशाही करने के लिए सपा और प्रसपा के मध्य मुद्दों के आधार पर चुनावी गठबंधन हो सकता है। दो अक्टूबर को विधानमंडल में सरकार की ओर से आयोजित गांधी जयंती कार्यक्रम में उनके शरीक होने के सवाल पर उन्होंने साफ किया कि गांधी सबके हैं, उन्हें दलीय दायरे के नहीं जोड़ना चाहिए। अन्य विपक्षी दलों के न शरीक होने पर उन्होंने कहा कि सबकी अपनी सोच है।
ये भी पढ़ें- कांग्रेसियों के विरोध पर अदिति सिंह का पलटवार, दिया बड़ा बयान सपा में जाने की बात अफवाह- शिवपाल उन्होंने कहा कि उनकी बार-बार सपा में जाने की अफवाहे फैलाई जा रही है। सपा में जाने का कोई सवाल ही नहीं हैं। हालांकि वे अभी सपा के ही विधायक हैं, परन्तु सपा के मुखिया ने उन्हें मीटिंगों में नहीं बुलाया है। उन्होंने कहा कि हमारी पार्टी जनाकांक्षाओं की प्रतीक के रूप में उभरी है और लोग हमें बीजेपी का विकल्प मानने लगे हैं।
भाजपा पर किया हमला-
उन्होने कहा कि बीजेपी सरकार ने देश प्रदेश को कंगाली की ओर धकेलने का काम किया है। भाजपा हर मुद्दे पर फेल है। हर वर्ग परेशान है। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था आज जितनी ध्वस्त है, वैसी कभी नहीं रही। थानों मेें लूट मची है। अधिकारी जमकर घूस ले रहे हैं, प्रदेश मेें विकास ठप्प है। किसानों को गायों और अवर्षा ने बर्वाद कर दिया है। गौवंशों को खाने की वयवस्था नहीं है। गौवंश मर रहे हैं।
उन्होने कहा कि बीजेपी सरकार ने देश प्रदेश को कंगाली की ओर धकेलने का काम किया है। भाजपा हर मुद्दे पर फेल है। हर वर्ग परेशान है। उत्तर प्रदेश में कानून व्यवस्था आज जितनी ध्वस्त है, वैसी कभी नहीं रही। थानों मेें लूट मची है। अधिकारी जमकर घूस ले रहे हैं, प्रदेश मेें विकास ठप्प है। किसानों को गायों और अवर्षा ने बर्वाद कर दिया है। गौवंशों को खाने की वयवस्था नहीं है। गौवंश मर रहे हैं।