शुक्रवार को डा.राममनोहर लोहिया के स्मृति दिवस के मौके पर अपने बडे भाई और समाजवादी जननायक मुलायम सिंह यादव का सानिध्य पा चुके समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव रविवार को फिरोजाबाद मे मोर्चे का सबसे बड़ा शक्ति प्रदर्शन करने जा रहे हैं। फिरोजाबाद के शक्ति प्रदर्शन पर हर किसी की इसलिए निगाह लगी हुई है क्यों कि समाजवादी सेक्युलर मोर्चे के प्रदेश भर के समर्थकों को यहां पहुंचने के निर्देश दिये गये हैं।
मोर्चो के भरोसेमंद सूत्रों की ओर से ऐसा कहा जा रहा है कि इस शक्ति प्रदर्शन के दौरान फिरोजाबाद का जनमत उनसे ससंदीय चुनाव में उतरने का प्रस्ताव देगा उसके बाद शिवपाल सिंह यादव की ओर से उस पर सहमति जता दी जायेगी।
मोर्चो के भरोसेमंद सूत्रों की ओर से ऐसा कहा जा रहा है कि इस शक्ति प्रदर्शन के दौरान फिरोजाबाद का जनमत उनसे ससंदीय चुनाव में उतरने का प्रस्ताव देगा उसके बाद शिवपाल सिंह यादव की ओर से उस पर सहमति जता दी जायेगी।
रविवार को प्रस्तावित है शक्ति प्रदर्शन
इस शक्ति प्रदर्शन के बहाने शिवपाल फिरोजबाद की आवाम का दिल जीतना चाहते और समाजवादी पार्टी के प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव को करारा झटका भी देना चाहते हैं क्यों कि समाजवादी पार्टी में अनबन के दौरान रामगोपाल यादव अखिलेश यादव के पक्ष में खड़े थे इसी कारण शिवपाल रामगोपाल से नाराज भी रहे हैं, लेकिन बदले हालात में नाराजगी में कमी आने की बात की गई है फिर भी फिरोजबाद का शक्तिप्रदर्शन के बहाने शिवपाल अपने आप को ताकतवर बनाने की जुगत में दिख रहे हैं।
इस शक्ति प्रदर्शन के बहाने शिवपाल फिरोजबाद की आवाम का दिल जीतना चाहते और समाजवादी पार्टी के प्रमुख महासचिव प्रो. रामगोपाल यादव को करारा झटका भी देना चाहते हैं क्यों कि समाजवादी पार्टी में अनबन के दौरान रामगोपाल यादव अखिलेश यादव के पक्ष में खड़े थे इसी कारण शिवपाल रामगोपाल से नाराज भी रहे हैं, लेकिन बदले हालात में नाराजगी में कमी आने की बात की गई है फिर भी फिरोजबाद का शक्तिप्रदर्शन के बहाने शिवपाल अपने आप को ताकतवर बनाने की जुगत में दिख रहे हैं।
अक्षय यादव है सपा सांसद
शिवपाल के फिरोजबाद सीट से चुनाव मैदान में उतरने की सूचना ऐसी ही नहीं मानी जा रही है बल्कि उसको काफी अहमियत भी दी जा रही है। भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के सूत्रों की तरफ से कहा जा रहा है कि शिवपाल सिंह यादव खुद उत्तर प्रदेश की फिरोजाबाद लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरेंगे। जहां से उनको जिताने के लिए भाजपा अपना कोई अधिकृत उम्मीदवार नहीं उतारेगी।
फिरोजाबाद संसदीय सीट से फिलहाल समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव सांसद हैं। अक्षय से शिवपाल सिंह यादव का रिश्ता चचेरे भतीजे का है।
शिवपाल के फिरोजबाद सीट से चुनाव मैदान में उतरने की सूचना ऐसी ही नहीं मानी जा रही है बल्कि उसको काफी अहमियत भी दी जा रही है। भारतीय जनता पार्टी और समाजवादी सेक्युलर मोर्चा के सूत्रों की तरफ से कहा जा रहा है कि शिवपाल सिंह यादव खुद उत्तर प्रदेश की फिरोजाबाद लोकसभा सीट से चुनाव मैदान में उतरेंगे। जहां से उनको जिताने के लिए भाजपा अपना कोई अधिकृत उम्मीदवार नहीं उतारेगी।
फिरोजाबाद संसदीय सीट से फिलहाल समाजवादी पार्टी के उम्मीदवार के तौर पर सपा के राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर रामगोपाल यादव के बेटे अक्षय यादव सांसद हैं। अक्षय से शिवपाल सिंह यादव का रिश्ता चचेरे भतीजे का है।
अक्षय ने जीता था यहां से चुनाव
फिरोजाबाद सीट को शिवपाल के लिए अधिक मुफीद इसलिए और भी माना जा रहा है कि वहां के पूर्व विधायक अजीम भाई, पूर्व विधायक रामवीर सिंह और विधायक हरिओम यादव से शिवपाल सिंह यादव से रिश्ते बेहतर बताये जाते हैं जब कि प्रोफेसर रामगोपाल यादव से उनके रिश्ते पहले जैसे नहीं रहे हैं। कभी इस सीट से डिपंल यादव की करारी पराजय भी हो चुकी है लेकिन अक्षय के रूप में इस सीट पर समाजवादी पार्टी कब्जा करने में तब कामयाब हुई जब 2014 की मोदी लहर में भारतीय जनता पार्टी पूर्ण बहुमत में काबिज हुई।
फिरोजाबाद सीट को शिवपाल के लिए अधिक मुफीद इसलिए और भी माना जा रहा है कि वहां के पूर्व विधायक अजीम भाई, पूर्व विधायक रामवीर सिंह और विधायक हरिओम यादव से शिवपाल सिंह यादव से रिश्ते बेहतर बताये जाते हैं जब कि प्रोफेसर रामगोपाल यादव से उनके रिश्ते पहले जैसे नहीं रहे हैं। कभी इस सीट से डिपंल यादव की करारी पराजय भी हो चुकी है लेकिन अक्षय के रूप में इस सीट पर समाजवादी पार्टी कब्जा करने में तब कामयाब हुई जब 2014 की मोदी लहर में भारतीय जनता पार्टी पूर्ण बहुमत में काबिज हुई।
अजीम भाई को बनाया है अध्यक्ष
सिर्फ इतना ही नही कभी समाजवादी पार्टी अहम चेहरा रहे पूर्व विधायक अजीम भाई को समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का जिलाध्यक्ष भी बना दिया गया है तब से शिवपाल सिंह यादव के संसदीय चुनाव मे उतरने के मुददे को अधिक बल मिला हुआ है ।
सिर्फ इतना ही नही कभी समाजवादी पार्टी अहम चेहरा रहे पूर्व विधायक अजीम भाई को समाजवादी सेक्युलर मोर्चा का जिलाध्यक्ष भी बना दिया गया है तब से शिवपाल सिंह यादव के संसदीय चुनाव मे उतरने के मुददे को अधिक बल मिला हुआ है ।
मुफीद मानी जा रही है फिरोजाबाद सीट
समाजवादी सेकुलर मोर्चा से जुड़े हुए अधिकाधिक नेता भी इस बात को पूरी तरह से जानते हैं कि शिवपाल सिंह की पहले रामगोपाल यादव से अनबन थी लेकिन बाद में उनसे उनके रिश्ते बेहतर बेशक हो गये हैं फिर भी मोर्चा कार्यकर्ताओं का मानना है कि फिरोजाबाद सीट से बेहतर कोई दूसरी सीट शिवपाल के लिए समीकरणीय तौर पर मुफीद नहीं है। इसलिए शिवपाल सिंह यादव फिरोजाबाद सीट से चुनाव लडऩे के मूड मे नजर आ रहे हैं।
समाजवादी सेकुलर मोर्चा से जुड़े हुए अधिकाधिक नेता भी इस बात को पूरी तरह से जानते हैं कि शिवपाल सिंह की पहले रामगोपाल यादव से अनबन थी लेकिन बाद में उनसे उनके रिश्ते बेहतर बेशक हो गये हैं फिर भी मोर्चा कार्यकर्ताओं का मानना है कि फिरोजाबाद सीट से बेहतर कोई दूसरी सीट शिवपाल के लिए समीकरणीय तौर पर मुफीद नहीं है। इसलिए शिवपाल सिंह यादव फिरोजाबाद सीट से चुनाव लडऩे के मूड मे नजर आ रहे हैं।
डील की बडे पैमाने पर चर्चा
भारतीय जनता पार्टी के एक प्रभावशाली सशक्त राजनेता ने अपने नाम को उजागर ना करने का दावा करते हुए कहा है कि हाईकमान से उनकी बड़े पैमाने पर डील हुई है, जिसके तहत समाजवादी पार्टी से उपेक्षित चल रहे शिवपाल सिंह यादव समाजवादी सेक्युलर मोर्चा गठन कर भारतीय जनता पार्टी की सहानुभूति बसपा सुप्रीमो मायावती का बंगला उनके नाम आंवटित करके पा ही चुके है । सिर्फ इतना ही नही शिवपाल की जान को खतरा बता कर जेड कैटागरी की सुरक्षा देने का भी खाका तैयार हो गया है जिस पर अंतिम मुहर लगाई जा रही है । खुद उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी शिवपाल को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दिये जाने की मंजूरी की तस्दीक की है इन सबके बावजूद शिवपाल लगातार भाजपा से किसी भी तरह की नजदीकी से साफ इंका करते है।
भारतीय जनता पार्टी के एक प्रभावशाली सशक्त राजनेता ने अपने नाम को उजागर ना करने का दावा करते हुए कहा है कि हाईकमान से उनकी बड़े पैमाने पर डील हुई है, जिसके तहत समाजवादी पार्टी से उपेक्षित चल रहे शिवपाल सिंह यादव समाजवादी सेक्युलर मोर्चा गठन कर भारतीय जनता पार्टी की सहानुभूति बसपा सुप्रीमो मायावती का बंगला उनके नाम आंवटित करके पा ही चुके है । सिर्फ इतना ही नही शिवपाल की जान को खतरा बता कर जेड कैटागरी की सुरक्षा देने का भी खाका तैयार हो गया है जिस पर अंतिम मुहर लगाई जा रही है । खुद उप मुख्यमंत्री दिनेश शर्मा भी शिवपाल को जेड प्लस श्रेणी की सुरक्षा दिये जाने की मंजूरी की तस्दीक की है इन सबके बावजूद शिवपाल लगातार भाजपा से किसी भी तरह की नजदीकी से साफ इंका करते है।
भाजपा की यादव वोट पर है निगाह
अगर राजनैतिक खबरो पर यकीन करे तो शिवपाल सिंह यादव को भारतीय जनता पार्टी यादव वोटों को काटने के लिए इस्तेमाल करना चाहती है, जिससे भारतीय जनता पार्टी को बड़े स्तर पर फायदा हो सके। इसी कडी मे शिवपाल सिंह यादव को भाजपा हाईकमान किसी भी तरह की कोई चूक नही करना चाहती है ।
अगर राजनैतिक खबरो पर यकीन करे तो शिवपाल सिंह यादव को भारतीय जनता पार्टी यादव वोटों को काटने के लिए इस्तेमाल करना चाहती है, जिससे भारतीय जनता पार्टी को बड़े स्तर पर फायदा हो सके। इसी कडी मे शिवपाल सिंह यादव को भाजपा हाईकमान किसी भी तरह की कोई चूक नही करना चाहती है ।