जसवंतनगर पालिका (Jaswantnagar Palika) के अध्यक्ष पद के लिए घोषित सपा उम्मीदवार सत्यनारायण शंखवार पुद्वल के खिलाफ शिवपाल यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी सुनील जौली को समर्थन देने का ऐलान किया है। सूत्रों की मानें तो शिवपाल यादव सत्यनारायण शंखवार पुद्वल के बजाय सुनील जैसी को अध्यक्ष पद का उम्मीदवार बनाना चाहते थे, लेकिन टिकट वितरण में उनकी राय को दरकिनार कर पुद्धल को सपा का टिकट दिया गया था।
इसलिए नाराज हैं शिवपाल यादव
अपने विधानसभा क्षेत्र में खुद की अनदेखी से शिवपाल यादव नाराज थे, इसलिए उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी को समर्थन करने का एलान किया है। शिवपाल यादव का कहना था कि सत्यनारायण शंखवार पुद्वल एक व्यवसायी भर हैं, स्थानीय तौर उनका कोई जनाधार नहीं है।
अपने विधानसभा क्षेत्र में खुद की अनदेखी से शिवपाल यादव नाराज थे, इसलिए उन्होंने निर्दलीय प्रत्याशी को समर्थन करने का एलान किया है। शिवपाल यादव का कहना था कि सत्यनारायण शंखवार पुद्वल एक व्यवसायी भर हैं, स्थानीय तौर उनका कोई जनाधार नहीं है।
बैठक में सर्वसम्मति से लिया फैसला
शिवपाल यादव ने सोमवार को सैफई में अपने करीबियों और पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई थी। बैठक का मुद्दा था कि जसवंतनगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए किसका समर्थन किया जाए। समर्थकों ने जसवंतनगर पालिका के अध्यक्ष पद के सुनील जौली के समर्थन में हाथ उठाकर अपनी राय व्यक्त की। इसके बाद शिवपाल यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी को खुला समर्थन का एलान कर दिया।
शिवपाल यादव ने सोमवार को सैफई में अपने करीबियों और पार्टी कार्यकर्ताओं की बैठक बुलाई थी। बैठक का मुद्दा था कि जसवंतनगर पालिका अध्यक्ष पद के लिए किसका समर्थन किया जाए। समर्थकों ने जसवंतनगर पालिका के अध्यक्ष पद के सुनील जौली के समर्थन में हाथ उठाकर अपनी राय व्यक्त की। इसके बाद शिवपाल यादव ने निर्दलीय प्रत्याशी को खुला समर्थन का एलान कर दिया।
यहां बढ़ीं समाजवादी पार्टी प्रत्याशी की मुश्किलें
शिवपाल सिंह यादव द्वारा निर्दलीय प्रत्याशी को समर्थन के एलान के बाद जिले में समाजवादी पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। माना जा रहा है कि Jaswant Nagar Palika Adhyaksh पद का ताज उसी के सिर सजेगा, जिसे शिवपाल यादव समर्थन करेंगे।
शिवपाल सिंह यादव द्वारा निर्दलीय प्रत्याशी को समर्थन के एलान के बाद जिले में समाजवादी पार्टी की मुश्किलें बढ़ गई हैं। माना जा रहा है कि Jaswant Nagar Palika Adhyaksh पद का ताज उसी के सिर सजेगा, जिसे शिवपाल यादव समर्थन करेंगे।