समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव से मिलने वाले एमबीबीएस छात्र छात्राओं ने यह मांग रखी कि उनकी पढ़ाई युद्ध ग्रस्त यूक्रेन में अवरुद्ध हो गई है जिसको पूरी कराने के लिए केंद्र सरकार पहल करें करें इस पहल में आप अपने स्तर पर भूमिका अदा करें। इससे पहले इन सभी छात्र छात्राओं ने इटावा के जिलाधिकारी से भी मुलाकात करके अपनी बात रखी थी।
मेडिकल कालेज में मिले एडमिशन
सभी मेडिकल छात्र छात्राओं ने पूर्व सीएम से मांग करते हुए कहा कि उनकी अधूरी पढ़ाई यूपी के किसी भी मेडिकल इंस्टिट्यूट में पूरी करवाई जाए, जिससे उनका भविष्य खराब होने से बच सके. छात्रों ने कहा कि उनकी यूक्रेन की यूनिवर्सिटी में बात हो रही है, लेकिन वहां के हालात ठीक नहीं है. खराब हालात के बीच वे लोग भी यूक्रेन जाना नहीं चाहते हैं ।
सभी मेडिकल छात्र छात्राओं ने पूर्व सीएम से मांग करते हुए कहा कि उनकी अधूरी पढ़ाई यूपी के किसी भी मेडिकल इंस्टिट्यूट में पूरी करवाई जाए, जिससे उनका भविष्य खराब होने से बच सके. छात्रों ने कहा कि उनकी यूक्रेन की यूनिवर्सिटी में बात हो रही है, लेकिन वहां के हालात ठीक नहीं है. खराब हालात के बीच वे लोग भी यूक्रेन जाना नहीं चाहते हैं ।
रूस और यूक्रेन की जंग में भारतीय छात्र-छात्राओं को उनका भविष्य अंधकार में दिखने लगा है । भले ही वह युद्ध क्षेत्र से निकलकर अपने घर सुरक्षित लौट आए है, लेकिन अब उन्हें भविष्य की चिंता सता रही है।
उन्होंने कहा कि उनकी पढ़ाई की व्यवस्था यूपी के ही किसी कालेज में कराई जाए, जिससे उनकी अधूरी पढ़ाई पूरी हो सके। यूक्रेन से लौटी छात्रा तेजस्विता यादव का कहना है कि सभी छात्र घर वापस तो आ गए लेकिन उनकी उम्मीदें अधूरी रह गई हैं । उन्होंने कहा कि अगर वह देश में ही दोबारा पढ़ाई शुरू करते हैं तो उनका पैसा और साल दोनों ही बर्बाद होंगे इसलिए सरकार उनकी मांग पर सुनवाई करते हुए उनका भविष्य अंधकारमय होने से बचा ले ।
उन्होंने कहा कि उनकी पढ़ाई की व्यवस्था यूपी के ही किसी कालेज में कराई जाए, जिससे उनकी अधूरी पढ़ाई पूरी हो सके। यूक्रेन से लौटी छात्रा तेजस्विता यादव का कहना है कि सभी छात्र घर वापस तो आ गए लेकिन उनकी उम्मीदें अधूरी रह गई हैं । उन्होंने कहा कि अगर वह देश में ही दोबारा पढ़ाई शुरू करते हैं तो उनका पैसा और साल दोनों ही बर्बाद होंगे इसलिए सरकार उनकी मांग पर सुनवाई करते हुए उनका भविष्य अंधकारमय होने से बचा ले ।
इटावा की कोमल यूक्रेन में
कोमल सिंह नाम की छात्रा का कहना है कि वब यूक्रेन में एमबीबीएस के पहले साल की छात्रा थी । वह बहुत ही उम्मीद से यूक्रेन पढ़ाई के लिए गई थीं, लेकिन वहां के हालात अचानक खराब हो गए । इस वजह से उन्हें अपनी जान बचाकर घर लौटना पड़ा । इस वजह से उनके सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है । उन्होंने कहा कि आगे की पढ़ाई के लिए देश की ही किसी मेडिकल यूनिवर्सिटी में व्यवस्था की जाए, जिससे उनका भविष्य बर्बाद होने से बच सके। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूक्रेन से लौटे सभी एमबीबीएस छात्र छात्राओं की बात को सुनने के बाद इस बात का भरोसा दिया है कि वह उनकी बात को राज्य और केंद्र सरकार के समक्ष रख कर के उनकी समस्या का हल निकालने में मदद करेंगे।
कोमल सिंह नाम की छात्रा का कहना है कि वब यूक्रेन में एमबीबीएस के पहले साल की छात्रा थी । वह बहुत ही उम्मीद से यूक्रेन पढ़ाई के लिए गई थीं, लेकिन वहां के हालात अचानक खराब हो गए । इस वजह से उन्हें अपनी जान बचाकर घर लौटना पड़ा । इस वजह से उनके सामने बड़ी समस्या खड़ी हो गई है । उन्होंने कहा कि आगे की पढ़ाई के लिए देश की ही किसी मेडिकल यूनिवर्सिटी में व्यवस्था की जाए, जिससे उनका भविष्य बर्बाद होने से बच सके। समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने यूक्रेन से लौटे सभी एमबीबीएस छात्र छात्राओं की बात को सुनने के बाद इस बात का भरोसा दिया है कि वह उनकी बात को राज्य और केंद्र सरकार के समक्ष रख कर के उनकी समस्या का हल निकालने में मदद करेंगे।