नीलेश यादव जसवंतनगर इलाके में 15 जून को हुए बहुचर्चित परसौआ गोलीकांड में लंबे समय से फरार चल रहा था ।वैसे बहुचर्चित परसौआ गोली कांड की जांच इटावा पुलिस से बदलकर के औरैया पुलिस के हवाले कर दी गई है । नीलेश के खिलाफ 37 अपराधिक मामले दर्ज होने की जानकारी जसवंत नगर पुलिस की तरफ से प्रदत की गई है । असल मे प्रभारी निरीक्षक जे पी पाल को गुरूवार की देर शाम सूचना मिली कि 14 जून 2018 को ग्राम परसौआ में एक भागवत कार्यक्रम के दौरान दबंगई को लेकर गोली कांड हुआ था जिसमें सीतापुर मे तैनात एक दलित सिपाही की मॉ की घटनास्थल पर मृत्यु हो गई थी जब आधा दर्जन से ज्यादा महिला और पुरूषो के गोलिया लगी थी । उस कांड का अपराधी नीलेश उर्फ मोटा पुत्र जगर सिंह निवासी परसौआ हाल निवासी कृष्णा टाकीज के सामने कस्बा जसवंतनगर अपने साथियो सहित एक टोयटा गाडी से नगला इंछा की ओर जा रहा है । तभी पुलिस उपनिरीक्षक सुरेश चन्द्र, जय प्रकाश, तथा सिपाही शंशाक व बीकेश को घटनास्थल पर पहुॅच गये पुलिस को देखकर तो टोयटा गाडी में वैठे नीलेश व उसके साथी पुलिस को देखकर भागने लगे तथा उन्होने पुलिस की गाडी में फायरिंग कर दी पुलिस ने भी जवावी फायरिंग की तो नीलेश व उसके साथियो ने पुलिस के समक्ष समर्पण कर दिया पुलिस ने नीलेश के पास से एक पिस्टल बरामद की है जब कि उनसे पूछताछ की तो पकडे गये दूसरा व्यक्ति जो उसका भतीजा है जिसने अपना नाम विकास यादव उर्फ रवि यादव पुत्र उमेश यादव निवासी कृष्णा टाकीज के समीप कस्बा जसवंतनगर बताया जिसके पास से एक 315 बोर का देशी तमंचा बरामद किया है । इस घटना मं तीसरा व्यक्ति जो भाग जाने में सफल रहा वह भी परसौआ काड का वांछित बताया गया है जिसका नाम शिशुपाल उर्फ गुडडा पुत्र लायक सिंह हाल निवासी अहीरटोला जसवंतनगर तथा मूल निवासी शाहपुर गुजर थाना चित्राहाट जिला आगरा बताया है। रासलीला के दौरान परसौआ गांव मे 83 राउंन्ड गोलियां चली जिसको देखकर दर्शक बुरी तरह सहमे हुये है पुलिस ने 83 खोखे बरामद किये है जिसमे 315 बोर ,12 बोर ,32 बोर के खोखे शामिल थे ।
इसी साल फरवरी माह मे इटावा के कुख्यात अपराधी नीलेश यादव की मदद करने के मामले में क्राइम ब्रांच में तैनात पुलिस आरक्षी वरुण यादव के खिलाफ बर्खास्तगी की कार्यवाही अमल में लाई जा चुकी है। नीलेश यादव पर एक ईंट भट्ठा मालिक गिरीश यादव उर्फ भोले के अपहरण का कर हत्या करने का मुकदमा दर्ज है। जसवंतनगर थाना क्षेत्र के अन्तर्गत मुहल्ला कटरा खूबचन्द्र से पिछले साल 27 जुलाई को लापता हुए पूर्व सभासद व भट्टा व्यवसायी ग्रीश चन्द्र यादव उर्फ भोले यादव के अपहरणकर्त्ता का मददगार क्राइम ब्रांच के सिपाही के मदद से मिटटी पलीद हो गई।
ईट भटटा कारोबारी गिरीश यादव अपहरण कांड के मुख्य आरोपी नीलेश यादव को जिंदा या मुर्दा पकडने के लिए 12000 रूपये का इनाम घोषित किया गया लेकिन गिरीश भोले के बारे मे नीलेश ने अदालत मे बयान दिया कि भोले का अपहरण करने के बाद उसने भोले के शव को चंबल नदी मे बहा दिया ।