इसकी जानकारी टीटीई ने टूंडला कन्ट्रोल को दी जिला महिला अस्पताल के डाक्टरों के अनुसार जच्चा व बच्चा दोनों स्वस्थ्य बताए गए हैं। गाड़ी संख्या 12398 डाउन महाबोधी एक्सप्रेस के एस-6 कोच में बिहार के औरंगाबाद निवासी उदित कुमार सिंह अपनी 22 वर्षीय पत्नी आंचल सिंह व चार वर्षीय पुत्र के साथ यात्रा कर रहे थे। उदित दिल्ली मेंं रहकर एक प्रिंटिंग प्रेस में काम करते हैं। वह महाबोधी एक्सप्रेस से अपने परिवार के साथ वापस अपने घर जा रहे थे। इस दौरान टूंडला निकलने के बाद आंचल को प्रसव पीड़ा हुई इसकी जानकारी टीटीई ने टूंडला कन्ट्रोल को दी। कंट्रोल की सूचना पर ट्रेन को शाम 4.45 बजे इटावा स्टेशन पर रोका गया। लेकिन इससे पहले ही आंचल ने अन्य महिला यात्रियों के सहयोग से एक पुत्री को जन्म दिया था।
जिला महिला अस्पताल भिजवाया
ट्रेन के रुकते ही रेलवे के डाक्टर बीपी पाठक अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और महिला को ट्रेन से उतरवाकर एम्बुलेंस के द्वारा जिला महिला अस्पताल भिजवाया। वहीं नवजात बच्ची का भी उन्होंने स्टेशन पर ही प्राथमिक इलाज किया। प्रसूता महिला को आरपीएफ व जीआरपी ने जिला महिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया। जच्चा व बच्चा के इलाज को लेकर ट्रेन 10 मिनट तक स्टेशन पर खड़ी रही और इसके बाद शाम 4.55 बजे आगे के लिए रवाना हुई।
ट्रेन के रुकते ही रेलवे के डाक्टर बीपी पाठक अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और महिला को ट्रेन से उतरवाकर एम्बुलेंस के द्वारा जिला महिला अस्पताल भिजवाया। वहीं नवजात बच्ची का भी उन्होंने स्टेशन पर ही प्राथमिक इलाज किया। प्रसूता महिला को आरपीएफ व जीआरपी ने जिला महिला अस्पताल में इलाज के लिए भर्ती कराया। जच्चा व बच्चा के इलाज को लेकर ट्रेन 10 मिनट तक स्टेशन पर खड़ी रही और इसके बाद शाम 4.55 बजे आगे के लिए रवाना हुई।