सूचना मिलने पर जिला अस्पताल में पहुंचे महादेवी के भतीजे प्रवीन पुत्र महेश निवासी पुल का नगला ने बताया कि सुबह के समय वह घर से दवा लेने के लिए निकली थी। जसवंतनगर रेलवे स्टेशन पर पैसेंजर का इंतजार कर रही थी। इसी दौरान गरीब अजमेर-रांची एक्सप्रेस वहां आकर रुकी तो वह पैसेंजर समझकर धोखे से सवार हो गईं। इटावा रेलवे स्टेशन पर न रुकने के कारण वह घबरा गई और ट्रेन के दरवाजे पर खडे़ होने के कारण अचानक गिरकर घायल हो गई।