फ्रांस की मीडिया ने भी उठाया था सवाल
इससे पहले फ्रांस की मीडिया ने भी रफाल सौदे पर सवाल उठाया था। अगस्त में एक प्रमुख अखबार ने सवाल उठाते हुए लिखा था कि हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) की जगह अंबानी की कंपनी को कैसे यह डील दे दी गई। अखबार का कहना था कि साल 2007 में शुरू हुई डील से हिंदुस्तान एरोनॉटिक्स लिमिटेड को 2015 में कैसे बाहर कर दिया गया और निजी क्षेत्र की कंपनी रिलायंस डिफेंस को इस समझौते में कैसे शामिल किया गया।