35 लोगों की मौत इटली के गृह मंत्री ने कम से कम 35 लोगों के मरने की पुष्टि की है। इस पुल को मोरांडी पुल के नाम से जाना जाता है। इस पुल का निर्माण 1960 में हुआ था। बताया जा रहा है कि पुल का गिरने वाला हिस्सा 100 मीटर लंबा था। घटना की वीडियो फुटेज में सस्पेंशन पुल का एक टॉवर तूफानी मौसम में ढहता दिख रहा है। पुल के गिरते समय उसके ऊपर से कई गाड़ियां गुजर रही थीं। आशंका जताई जा रही है कि कई गाड़ियां नीचे नदी की तेज धारा में बह गए हैं। इटली के परिवहन मंत्री डानिलो टोनिनेली ने कहा, “जो भी जेनोआ में हुआ, वह एक बड़ी त्रासदी जैसा दिख रहा है।”
बढ़ सकती है मृतकों की संख्या क्षेत्रीय आपातकालीन सेवाओं द्वारा पोस्ट की गई एक तस्वीर में एक ट्रक पुल के गिरने से पहले आखिरी छोर पर खड़ा दिख रहा था। राहतकर्मी घटनास्थल पर बचाव कार्य में जुटे हुए हैं। इटालियन सिविल प्रोटेक्शन एजेंसी के प्रमुख एंजेलो बोरेली ने पुष्टि की कि घटना में अन्य 13 लोग घायल हो गए हैं, जबकि मारे गए लोगों की संख्या में और इजाफा हो सकता है। बताया जा रहा है कि जेनोवा बंदरगाह शहर के पश्चिम में स्थित मोरांडी ब्रिज गिरने के दौरान लगभग 30 वाहन और कई भारी वहां पुल पर मौजूद थे।
तूफान की वजह से हादसा इटली की पुलिस ने बताया कि आपदा के समय क्षेत्र में तेज तूफान चल रहा था। दुर्घटना के समय पुल के हिस्सों को मजबूत करने के लिए रखरखाव का काम चल रहा था। इस मोटरवे पुल को जिसे 1968 में खोला गया था। बाद में यह जेनोआ शहर में आने -जाने के लिए निवासियों और पर्यटकों के लिए एक प्रमुख राजमार्ग माना जाता था।