डिजनीलैंड जा रहे ब्रिटिश मुस्लिम परिवार को विमान से उतारा
Published: Dec 23, 2015 11:16:00 pm
महमूब ने बताया कि अमरीका पर हमलों के चलते उन्हें लगता है कि हर मुसलमान उनके लिए खतरा है
लंदन। अमरीका के डिजनीलैंड घूमने जा रहे एक ब्रिटिश मुस्लिम परिवार को अमरीकी अधिकारियों ने गैटविक हवाई अड्डे पर लॉस एंजिलेस जाने वाली फ्लाइट पर चढऩे से रोक दिया। इस घटना के बाद ब्रिटेन के एक सांसद ने प्रधानमंत्री डेविड कैमरन से इस मामले में हस्तक्षेप करने की मांग की है। अपने भाई और नौ बच्चों के साथ अमरीका जाने वाले मोहम्मद तारीक महमूद ने बताया कि अमरीकी अधिकारियों ने उन्हें विमान में नहीं चढऩे देने का कोई कारण नहीं बताया।
ब्रिटेन के एक प्रमुख अखबार ‘द गार्जियन’ से बातचीत करते हुए महमूब ने बताया कि अमरीका पर हमलों के चलते उन्हें लगता है कि हर मुसलमान उनके लिए खतरा है। विपक्षी लेबर पार्टी की सांसद स्टेला क्रीसी ने प्रधानमंत्री कैमरन को पत्र लिखकर अमरीका के समक्ष यह मुद्दा गंभीरता से उठाने के लिए कहा है।
डाउनिंग स्ट्रीट के प्रवक्ता ने कहा कि कैमरन सांसद के दावों की जांच करवाएंगे और उसके आधार पर जवाब देंगे। वहीं, अमरीका के होमलैंड सुरक्षा विभाग के अधिकारियों ने अभी तक यह नहीं बताया है कि 11 लोगों के इस परिवार को किस कारणों से विमान में नहीं चढऩे नहीं दिया गया, जबकि उन्हें अमरीका की यात्रा करने के लिए ऑनलाइन के जरिए इजाजत मिल गई थी। परिवार 15 दिसंबर को अमरीका जाने वाला था।
महमूद ने बताया कि एयरलाइन कंपनी ने बताया कि टिकट खरीदने में 13 हजार 340 डॉलर जो खर्च हुए थे, वे वापस नहीं मिलेंगे। यही नहीं, परिवार ने हवाई अड्डे पर ड्यूटी फ्री के तहत खरीदे गए सामान को भी जबरन वापस ले लिया गया। महमूद ने आगे बताया कि अपने जीवनकाल में इससे पहले मुझे इतनी शर्मिंदगी महसूस नहीं करनी पड़ी। मैं ब्रिटेन में रहता हूं। मेरा यहां पर व्यवसाय है। लेकिन, हमें अलग-थलग कर दिया गया।
क्रीसी ने बताया कि उन्हें इस बात की चिंता है कि उन ब्रिटिश मुस्लिमों की संख्या बढ़ती जा रही है जिन्हें बिना किसी कारण अमरीका नहीं जाने दिया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि ब्रिटेन-अमरीका के बीच वीजा समझौते के तहत सभी ब्रिटिश नागरिक बिना वीजा के 90 दिनों तक अमरीका की यात्रा कर सकते हैं।