जलवायु शिखर सम्मेलन शुरू होने से पहले डे ला रिपब्लिक स्क्वायर पर जलवायु कार्यकर्ता प्रदर्शन करने करने लगे जिन्हें वहां से हटाने के दौरान पुलिस से उनकी झड़प हो गयी
पेरिस। फ्रांस की राजधानी पेरिस में होने वाले संयुक्त राष्ट्र जलवायु शिखर सम्मेलन शुरू होने से पहले डे ला रिपब्लिक स्क्वायर पर जलवायु कार्यकर्ता प्रदर्शन करने करने लगे जिन्हें वहां से हटाने के दौरान पुलिस से उनकी झड़प हो गयी।
इस शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए दुनिया भर से 150 से ज्यादा देशों के प्रमुख पेरिस में पहुंच रहे है और 13 नवंबर को शहर में हुए आतंकवादी हमले के मद्देनजर यहां आपातकाल घोषित किया गया है। डे ला रिपब्लिक स्क्वायर, पेरिस हमले में मारे गए 130 लोगों के लिए श्रद्धांजलि स्थल के तबदील हो गया है। लेकिन रविवार को प्रदर्शनकारियों के जमावड़े से यह किसी युद्ध के मैदान की तरह बदल गया और दंगा नियंत्रित करने वाली पुलिस ने वहां इक्कठा हुए लगभग दो सौ प्रदर्शनकारियों को तितर-बितर करने के लिए आंसू गैस के गोले का सहारा लिया। जिसके विरोध में प्रदर्शनकरियां पुलिस पर पत्थर और मोमबत्तियों से हमला किया।
फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसुआ ओल्लांद ने हिंसक विरोध प्रदर्शन करने वालों पर आतंकवादी हमले में मारे गए लोगों की स्मृति का अनादर करने का आरोप लगाया। फ्रांस के गृहमंत्री बर्नार्ड काजनव ने कहा कि पुलिस ने इस झड़प में 174 प्रदर्शनकारियों को हिरासत में लिया है। आपातकाल की शक्तियों का इस्तेमाल करते हुए पुलिस ने 26 जलवायु कार्यकर्ताओ को नजरबंद भी किया है। पेरिस के अलावा जर्मनी में भी इसका विरोध किया गया है जिसमें लगभग 4000 लोगों ने हिस्सा लिया।
ओबामा ने दी पेरिस हमले के पीड़ितों को श्रद्धांजलि
अमरीका के राष्ट्रपति बराक ओबामा ने फ्रांस की राजधानी पेरिस में 13 नवंबर को हुए हमलों में मारे गए लोगों को बैटाकलां कन्सर्ट हॉल में श्रद्धांजलि दी। जलवायु परिवर्तन पर वैश्विक सम्मेलन में शामिल होने के लिए यहां पहुंचे श्री ओबामा ने फ्रांस के राष्ट्रपति फ्रांसुआ ओल्लांद के साथ आतंकवादी हमले का शिकार हुए घटना स्थल का दौरा किया। ओबामा ने यहां बने एक अस्थायी स्मारक पर फूल से श्रद्धांजलि दी। उसके बाद उन्होंने ओल्लांद के साथ घटना स्थल का निरिक्षण किया। इस मौके पर पेरिस की मेयर ऐनी हिडाल्गो भी उनके साथ मौजुद थी।