अफगानिस्तान में आत्मघाती हमला, 14 लोगों की मौत, 23 घायल अब तक 38 लोगों की मौत इटली के गृह विभाग ने 38 लोगों के मरने की पुष्टि की है। गृह विभाग की विज्ञप्ति कहा गया है कि अब भी घटना स्थल से मलबा हटाने का काम जारी है। इटली के गृहमंत्री मात्तेओ साल्विनी ने मीडिया से बातचीत में कहा, “हम इस समय 38 लोगों की मौत होने और कुछ लोगों के लापता होने की पुष्टि करते हैं।” इस पुल को मोरांडी पुल के नाम से जाना जाता है जिसका निर्माण 1960 में हुआ था। बताया जा रहा है कि पुल का गिरने वाला हिस्सा 100 मीटर लंबा था। बता दें कि कल घटना का वीडियो जारी हुआ था। वीडियो फुटेज में सस्पेंशन पुल का एक टॉवर तूफानी मौसम में ढहता दिख रहा है। पुल के गिरते समय उसके ऊपर से कई गाड़ियां गुजर रही थीं। इटली के परिवहन मंत्री डानिलो टोनिनेली ने कहा था, “जो भी जेनोआ में हुआ, वह एक बड़ी त्रासदी जैसा दिख रहा है।”
महत्वपूर्ण था यह पुल बताया जा रहा है कि जेनोवा बंदरगाह शहर के पश्चिम में स्थित मोरांडी ब्रिज गिरने के दौरान लगभग छोटे बड़े 30 वाहन पुल पर मौजूद थे। इटली की पुलिस ने बताया कि आपदा के समय क्षेत्र में तेज तूफान चल रहा था। दुर्घटना के समय पुल के हिस्सों को मजबूत करने के लिए रखरखाव का काम चल रहा था। पुल का मलबा उस पर से गुजर रहीं गाड़ियों समेत नदी, रेलवे ट्रैक और दो गोदामों पर जाकर गिरा। इस मोटरवे पुल को जिसे 1968 में खोला गया था। यह इटली के जेनोआ और दक्षिण फ्रांस को जोड़ता था।
स्वतंत्रता दिवस: अमरीकी दूतावास में आज के जश्न में की गई खास पेशकश, वीडियो बना देगा दिवाना रखरखाव में बरती गई कोताही इस मामले पर इटली के उपप्रधानमंत्री ने कहा कि पुल का रखरखाव ठीक से नहीं किया जा रहा था। उन्होंने पुल का मेंटेनेंस करने वाली कमपनी पर लापरवाही बरतने का आरोप लगाया । उन्होंने कहा कि इस पुल के टोल से करोड़ों रुपयों की कमाई की गई, लेकिन जितना पैसा इसके मेंटिनेंस पर खर्च करना था, वह नहीं किया गया।