संसद में अंडरवियर लहराकर किया अदालत के फैसले का विरोध
अदालत के इस फैसले के खिलाफ सड़क से लेकर संसद तक भारी हंगामा है। अदालत के फैसले का विरोध करते हुए एक महिला सांसद ने तो संसद में ही अंडरवियर लहराकर कोर्ट के फैसले का विरोध किया। इस घटना का वीडियो तेजी से सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। महिला सांसद का कहना है कि ऐसा उन्होंने उस मानसिकता का विरोध जताने के लिए किया, जिसमें ‘पीड़िताओं को ही हमेशा दोषी’ (बलात्कार के मामलों में) मान लिया जाता है।
अदालत के इस फैसले से नाराज हैं आयरलैंड के लोग
ऐसा करने वाली महिला सांसद की पहचान रुथ कॉपिंगर के रूप में हुई है, जिन्होंने 17 वर्षीय ज्यूरी रेप केस में अदालत के फैसले का विरोध किया। रुथ कॉपिंगर ने नीले रंग का लेस वाला अंडयरवियर डेल (आयरलैंड की संसद) में लहराते हुए नाराजगी जाहिर की। वह बोलीं, “हो सकता है कि यहां पर थॉन्ग्स लहरा कर दिखाना आप सब को खराब लगे…पर यह सोचने वाली बात है कि जब किसी बलात्कार पीड़िता या फिर अन्य महिला का अंडरवियर कोर्ट में दिखाया जाएगा, तो उसे कैसा लगा होगा।”
आरोपी के वकील ने ‘रेप’ को बताया सहमित से सेक्स आपको बता दें कि पूरे आयरलैंड में महिलाओं ने इस तरह के विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं। इससे पहले कोर्क स्थित कोर्ट में छह नवंबर को आरोपी की वकील एलिजाबेथ ने थॉन्ग पेश कर यह भी कहा था कि क्या यह सबूत काफी नहीं है कि पीड़िता आरोपी को लेकर आकर्षित थी। वह किसी से मिलने या फिर किसी के साथ के लिए पूरी तरह से तैयार थी। वकील ने इसी के साथ यह मामला सहमति से सेक्स का बताया था। यही कारण है कि न केवल देश की बल्कि विदेशों की कई महिलाओं ने भी ‘पीड़िता ही दोषी’ (विक्टिम ब्लेमिंग) को लेकर सड़क से लेकर सोशल मीडिया तक मुहिम छेड़ दी है।