चेकर्स समझौता ब्रिटेन के लिए आपद: बोरिस जॉन्सन
मीडिया रिपोर्ट में कहा जा रहा है कि जॉन्सन ने डेली टेलीग्राफ में अपने कॉलम में लिखा है कि जुलाई में उन्हें इस्तीफा देने के लिए मजबूर करने वाला मे का चेकर्स समझौता ब्रिटेन के लिए आपदा है। जॉन्सन ने कहा कि चेकर्य योजना पर आधारित अबतक जो भी बातचीत हुई है, उसमें देखा गया है कि ईयू ने सभी महत्वपूर्ण तरकीबें आजमाई हैं। उन्होंने कहा कि ब्रिटेन करदाताओं का 40 अरब यूरो से अधिक सौंपने पर सहमत हो गया है।
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मिशेल बर्नियर के बयान के बाद जारी हुआ ये बयान
जॉन्सन ने आगे कहा, ‘अगर यह ऐसे ही चलता रहा तो सरकार ब्रेक्सिट के ज्यादातर लाभ गंवा देगी।’ आपको बता दें कि उनका बयान ईयू के मुख्य वार्ताकार मिशेल बर्नियर के इस बयान के बाद आया है कि वह इस योजना के बिल्कुल खिलाफ हैं। वहीं ब्रिटेन की सरकार इस बात पर जोर दे रही है कि उसकी ब्रेक्सिट कूटनीति सटीक और व्यावहारिक है।
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ब्रिटेन, ईयू से 29 मार्च, 2019 को अलग होगा
दूसरी ओर इस सौदे के आलोचकों का कहना है कि इससे ब्रिटेन, ईयू के नियमों में बंध जाएगा और इससे आने वाले सालों में ब्रिटेन के व्यक्तिगत व्यापारिक सौदे बुरी तरह प्रभावित होंगे। बता दें कि ब्रिटेन, ईयू से 29 मार्च, 2019 को अलग हो जाएगा।