scriptफ्रांस में उग्र हुआ ‘येलो वेस्ट’ आंदोलन, गिरफ्तार हुए 1721 प्रदर्शनकारी | france police arrested more than 1300 yellow vest protestors | Patrika News

फ्रांस में उग्र हुआ ‘येलो वेस्ट’ आंदोलन, गिरफ्तार हुए 1721 प्रदर्शनकारी

locationनई दिल्लीPublished: Dec 09, 2018 03:17:51 pm

Submitted by:

Shweta Singh

इन प्रदर्शनों में देश भर के 1,25,000 और राजधानी के 10,000 लोग शामिल हैं।

france police arrested more than 1300 yellow vest protestors

फ्रांस में उग्र हुआ ‘येलो वेस्ट’ आंदोलन, गिरफ्तार हुए 1,385 प्रदर्शनकारी

पेरिस। फ्रांस इस वक्त ‘येलो वेस्ट’ आंदोलन के कारण सुलग रहा है। देश के युवा बढ़ती महंगाई के विरोध में राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों के खिलाफ सड़कों पर उतरे हैं। प्रदर्शन भड़कने पर करीब 1700 प्रदर्शनकारियों को गिरफ्तार किया गया है। आपको बता दें कि इन प्रदर्शनों में देश भर के 1,25,000 और राजधानी के 10,000 लोग शामिल हैं।

920 गिरफ्तारियां पेरिस से

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, गृह मंत्री क्रिस्टोफ कास्टानेर ने शनिवार शाम को जानकारी देते हुए बताया कि विरोध प्रदर्शन के संबंध में 1,721 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। हिरासत में लिए गए लोगों में से 920 लोग पेरिस से गिरफ्तार किए गए हैं। कास्टानेर ने इसके साथ ही चेतावनी दी है कि पेरिस और कुछ अन्य शहरों में हिंसा जारी है इसलिए और लोगों को गिरफ्तार किया जा सकता है। उन्होंने आगे बताया कि 118 प्रदर्शनकारी और 17 पुलिस अधिकारी घायल हुए हैं।

पुलिस बल को तुरंत कार्रवाई के आदेश

बताया जा रहा है कि एक दिसंबर को हुए विरोध प्रदर्शन के दौरान 1,201 नागरिकों और 284 पुलिसकर्मी घायल हुए थे। फ्रांसीसी अधिकारियों ने 89,000 पुलिस और सशस्त्र जवान तैनात किए हैं। वहीं, पिछले सप्ताह पुलिस बल की संख्या 65,000 थी। 8,000 पुलिस बल केवल राजधानी में तैनात किए गए हैं। पुलिस बल को किसी भी हिंसक स्थिति को रोकने के लिए तुरंत कार्रवाई करने के लिए कहा गया है।

इस कारण नाम पड़ा ‘येलो वेस्ट’

इसके साथ-साथ ही पानी की बौछारें, आंसू गैस के गोले और एक दर्जन बख्तरबंद कारों का इस्तेमाल किया गया है। सोशल मीडिया पर ‘येलो वेस्ट’ नामक आंदोलन तेल पर बढ़ते करों के खिलाफ विरोध के तौर पर शुरू हुआ है। प्रदर्शनकारियों द्वारा पीली जैकेट पहनने के कारण इस आंदोलन का नाम ‘येलो वेस्ट’ पड़ा है। इस विरोध प्रदर्शन के दौरान कई लोग मैक्रों के इस्तीफे के साथ पेंशन और शिक्षा पर सरकारी खर्च में वृद्धि, करों में कमी, बुनियादी ढांचे में सुधार, अप्रवासन में कटौती और सार्वजनिक सेवाओं के निजीकरण को समाप्त करने की मांग कर रहे हैं।

loksabha entry point

ट्रेंडिंग वीडियो